पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग अप्रैल से जून
यह पत्रिका उन घर-मालिकों को पेश कीजिए जो यीशु का आदर करते हैं। “सभी मसीही विश्वास करते हैं कि मसीह ने अपने चेलों को परमेश्वर के राज के बारे में सिखाया था। क्या आपके मन में कभी यह सवाल उठा है कि वह राज आखिर क्या करेगा? [जवाब के लिए रुकिए, फिर प्रकाशितवाक्य 21:3, 4 पढ़िए।] यह लेख परमेश्वर के राज के बारे में उठनेवाले अलग-अलग सवालों के जवाब देता है।” पेज 8 पर शुरू होनेवाला लेख दिखाइए
सजग होइए! अप्रैल से जून
“मोबाइल और कंप्यूटर जैसे यंत्र आज रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक हिस्सा बन चुके हैं। आपको क्या लगता है टेक्नॉलजी के इस्तेमाल से हमारा समय बचता है या बरबाद होता है? [जवाब के लिए रुकिए। अगर घर-मालिक दिलचस्पी दिखाता है तो उससे पूछिए कि क्या आप बाइबल से एक आयत पढ़कर सुना सकते हैं। अगर वह राज़ी होता है तो आप अपनी बात करना जारी रख सकते हैं।] यहाँ समय का बुद्धिमानी से इस्तेमाल करने के बारे में जो सलाह दी गयी है, उससे ज़्यादातर लोग सहमत होते हैं। [इफिसियों 5:15, 16 पढ़िए।] यह पत्रिका बताती है कि हम टेक्नॉलजी का सही और सोच-समझकर इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।”