पुरानी पत्रिकाओं का अच्छा इस्तेमाल कीजिए
अगर हम पुरानी पत्रिकाएँ घर में जमा करके रखें या उन्हें फेंक दें, तो उसका फायदा किसी को नहीं होगा। क्यों न हम उन पत्रिकाओं को बाँटने की कोशिश करें! एक पत्रिका, किसी भी व्यक्ति में सच्चाई के लिए दिलचस्पी जगा सकती है और उन्हें यहोवा का नाम लेने के लिए उभार सकती है। (रोमि. 10:13, 14) यहाँ कुछ ऐसे तरीके दिए गए हैं जिन्हें आज़माने से हम पुरानी पत्रिकाओं का अच्छा इस्तेमाल कर पाएँगे।
• जब आप ऐसे इलाके में काम करते हैं, जहाँ नियमित तौर पर प्रचार नहीं किया जाता और अगर किसी घर पर घर-मालिक नहीं मिलता तो आप उस घर में पुरानी पत्रिका छोड़ सकते हैं। पत्रिका ऐसी जगह पर छोड़िए जहाँ आने-जानेवालों की नज़र न जाए।
• सरेआम गवाही देते वक्त, बस स्टॉप या रेलवे स्टेशन पर गाड़ी का इंतज़ार करते समय, आप लोगों से पूछ सकते हैं कि क्या वह कुछ पढ़ना चाहेंगे और फिर उन्हें कुछ पुरानी पत्रिकाएँ दिखाकर चुनने के लिए कह सकते हैं।
• अपनी मंडली के इलाके में जब आप नर्सिंग होम, क्लीनिक या फिर ऐसी ही किसी दूसरी जगह पर जाते हैं, जहाँ पर लोग बैठकर इंतज़ार करते हैं, वहाँ आप पुरानी पत्रिकाएँ छोड़ सकते हैं। लेकिन अच्छा होगा कि ऐसा करते वक्त आप वहाँ मौजूद किसी देखरेख करनेवाले कर्मचारी से पूछ लें। अगर वहाँ पहले से ही हमारी कुछ पत्रिकाएँ रखी हैं, तो और पत्रिकाएँ मत छोड़िए।
• वापसी भेंट की तैयारी करते वक्त आप लोगों की दिलचस्पी ध्यान में रख सकते हैं। जैसे, क्या उसका परिवार है? क्या वह शादी-शुदा है? क्या उसे घूमना पसंद है? क्या उसे बागबानी का शौक है? इसके बाद, पुरानी पत्रिकाओं में से ऐसे लेख ढूँढ़िए जो उसे दिलचस्प लगें और जब आप उससे दोबारा मिलने जाते हैं, तब वह लेख दिखाइए।
• जब आप किसी दिलचस्पी दिखानेवाले व्यक्ति से बार-बार मिलने जाते हैं और वह घर पर नहीं मिलता, तो जब भी वह आपको मिलता है, आप उसे वे पत्रिकाएँ दे सकते हैं जो उसे नहीं मिली थीं।