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  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2017
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    हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
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और देखिए
हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2017
mwb17 अक्टूबर पेज 1
तुवालू द्वीप पर एक भाई ज़िंदा होंगे ट्रैक्ट देता है

तुवालू द्वीप पर ज़िंदा होंगे ट्रैक्ट देते हुए

प्रकाशन कैसे दें

हमारे अपने जो अब नहीं रहे, क्या वे कभी ज़िंदा होंगे? (T-35)

T-35 ट्रैक्ट | हमारे अपने जो अब नहीं रहे, क्या वे कभी ज़िंदा होंगे?

सवाल कीजिए: दुनिया-भर में कई लोग अपने मरे हुए अज़ीज़ों को एक खास दिन पर याद करते हैं। क्या आपको लगता है कि हमारे अपने जो अब नहीं रहे कभी ज़िंदा होंगे?

आयत पढ़िए: प्रेष 24:15

कहिए: जैसा हमने पढ़ा, मौत की नींद सो रहे लोगों को ज़िंदा किया जाएगा। यह परचा बताता है कि इस जानकारी से आपको क्या फायदा हो सकता है। [हो सके तो क्या मरे हुओं के लिए कोई आशा है? वीडियो दिखाइए]

सच्चाई सिखाइए

खुली हुई बाइबल

सवाल कीजिए: हम किस तरह दिखा सकते हैं कि हम परमेश्‍वर से प्यार करते हैं?

आयत पढ़िए: 1यूह 5:3

सच्चाई: परमेश्‍वर की आज्ञाएँ मानकर हम दिखा सकते हैं कि हम उससे प्यार करते हैं।

हमारे अपने जो अब नहीं रहे, क्या वे कभी ज़िंदा होंगे? (T-35)

सवाल कीजिए: माना जाता है कि कुछ कछुए 150 साल तक जीते हैं और कुछ पेड़ हज़ारों साल तक ज़िंदा रहते हैं। मगर इंसान सिर्फ 70 या 80 साल तक जीता है। क्या आपने कभी सोचा है, हमारी ज़िंदगी इतनी छोटी क्यों है?

आयत पढ़िए: उत 3:17-19

कहिए: इस परचे में समझाया गया है कि मरे हुओं के लिए क्या आशा है।

आप इन्हें कैसे देंगे

प्रकाशन देने के जो तरीके ऊपर बताए गए हैं, उनको ध्यान में रखकर सोचिए कि आप अपने तरीके से प्रकाशन कैसे देंगे।

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