शनिवार, 26 जुलाई
परमेश्वर के प्यारे बच्चों की तरह उसकी मिसाल पर चलो।—इफि. 5:1.
आज हम कैसे यहोवा का दिल खुश कर सकते हैं? हम उसके बारे में इस तरह लोगों से बात कर सकते हैं जिससे यह ज़ाहिर हो कि हम उससे बहुत प्यार करते हैं और दिल से उसका एहसान मानते हैं। प्रचार करते वक्त हमारी यही कोशिश रहती है कि लोग यहोवा को जानें, उससे प्यार करें और उसकी तरफ खिंचे चले आएँ। (याकू. 4:8) हमें बाइबल से यहोवा के गुणों के बारे में भी बताना बहुत अच्छा लगता है, जैसे उसके प्यार, न्याय, बुद्धि, ताकत और ऐसे ही दूसरे बढ़िया गुणों के बारे में। इस तरह हम यहोवा के नाम की तारीफ करते हैं। इसके अलावा, जब हम यहोवा की तरह बनने की कोशिश करते हैं, तब भी हम उसके नाम की तारीफ करते हैं और उसका दिल खुश करते हैं। और जब हम ऐसा करते हैं, तो शायद कुछ लोग इस बात पर ध्यान दें कि हम दुनिया के लोगों से कितने अलग हैं। (मत्ती 5:14-16) रोज़मर्रा के काम करते वक्त जब हम इस तरह के लोगों से मिलते हैं, तो शायद हमें उन्हें यह बताने का मौका मिले कि हम क्यों दुनिया के लोगों की तरह नहीं हैं। इस वजह से अच्छा मन रखनेवाले लोग उसकी तरफ खिंचे चले आते हैं। इन सभी तरीकों से जब हम यहोवा की तारीफ करते हैं, तो उसका दिल बहुत खुश होता है।—1 तीमु. 2:3, 4. प्र24.02 पेज 10 पै 7
रविवार, 27 जुलाई
‘ताकि वह न सिर्फ हौसला बढ़ाए बल्कि सुधारे भी।’—तीतु. 1:9.
प्रौढ़ बनने के लिए आपको कुछ हुनर सीखने होंगे जो आपके काम आएँ। इससे आप मंडली में ज़िम्मेदारियाँ सँभाल पाएँगे, आपको नौकरी मिल पाएगी जिससे आप अपनी और अपने परिवार की ज़रूरतें पूरी कर पाएँगे और दूसरों के साथ आपके रिश्ते अच्छे रहेंगे। एक हुनर है, अच्छी तरह पढ़ना-लिखना सीखिए। बाइबल में बताया गया है कि जो आदमी हर दिन परमेश्वर का वचन पढ़ता है और उस पर मनन करता है, वह खुश रहता है और अपने हर काम में कामयाब होता है। (भज. 1:1-3) तो हर दिन बाइबल पढ़िए। इससे आप यहोवा की सोच जान पाएँगे। और यहोवा की सोच जानने से आप समझ पाएँगे कि बाइबल के सिद्धांतों को कैसे मानें और कैसे अच्छे फैसले करें। (नीति. 1:3, 4) मंडली में ऐसे भाइयों की ज़रूरत होती है जो सबको बाइबल से सिखा सकें और बढ़िया सलाह दे सकें। अगर आप अच्छी तरह पढ़ना-लिखना सीखें, तो आप ऐसे भाषण तैयार कर पाएँगे और ऐसे जवाब दे पाएँगे जिनसे भाई-बहन कुछ सीख सकें और उनका विश्वास बढ़े। इसके अलावा, आप नोट्स ले पाएँगे जिनसे ना सिर्फ आपका विश्वास मज़बूत होगा, बल्कि आप दूसरों का भी हौसला बढ़ा पाएँगे। प्र23.12 पेज 26-27 पै 9-11
सोमवार, 28 जुलाई
परमेश्वर जो तुम्हारे साथ एकता में है, वह शैतान से बड़ा है जो दुनिया के साथ एकता में है।—1 यूह. 4:4.
जब आपको डर लगे तो सोचिए कि आगे चलकर यहोवा क्या-क्या करेगा, जब शैतान का नामो-निशान मिट जाएगा। 2014 के क्षेत्रीय अधिवेशन में एक प्रदर्शन में दिखाया गया था। उस प्रदर्शन में एक पिता ने अपने परिवार के साथ चर्चा की कि अगर 2 तीमुथियुस 3:1-5 में फिरदौस के बारे में बताया गया होता, तो शायद उसमें यूँ लिखा होता, “नयी दुनिया में खुशियों से भरा वक्त होगा। इसलिए कि लोग दूसरों से प्यार करनेवाले, सच्चाई से प्यार करनेवाले, खुद के बारे में डींगें न मारनेवाले, नम्र, परमेश्वर की महिमा करनेवाले, माता-पिता की आज्ञा माननेवाले, एहसान माननेवाले, वफादार, अपने परिवार से बहुत लगाव रखनेवाले, हर बात पर राज़ी होनेवाले, दूसरों के बारे में हमेशा अच्छा बोलनेवाले, संयम रखनेवाले, कोमल, भलाई से प्यार करनेवाले, भरोसेमंद, लिहाज़ करनेवाले, मन के दीन, मौज-मस्ती के बजाय परमेश्वर से प्यार करनेवाले होंगे, वे भक्ति का दिखावा नहीं करेंगे, बल्कि उसके मुताबिक जीएँगे। ऐसों के करीब बने रहना।” क्या आप अपने परिवारवालों या भाई-बहनों के साथ इस बारे में चर्चा करते हैं कि नयी दुनिया में ज़िंदगी कैसी होगी? प्र24.01 पेज 6 पै 13-14