यहोवा के सबसे कीमती तोहफे के लिए एहसानमंदी दिखाइए
1. हम क्यों खास तौर से यहोवा के एहसानमंद हैं?
हरेक “अच्छा तोहफा” यहोवा की तरफ से है। (याकू. 1:17) इनमें सबसे खास है, उसके बेटे द्वारा दिया गया फिरौती का दाम। इस तोहफे से हमें कई आशीषें मिलती हैं, यहाँ तक कि हमारे गुनाहों की माफी भी। इसके लिए हम यहोवा के हमेशा एहसानमंद रहेंगे। और इसलिए स्मारक के महीने में हम इस कीमती तोहफे पर मनन करने के लिए खास तौर से वक्त निकालते हैं।
2. हम अपने अंदर और परिवार में फिरौती के लिए कदरदानी कैसे बढ़ा सकते हैं?
2 परिवार में कदरदानी बढ़ाइए: अगर हम परिवार में फिरौती के लिए कदरदानी बढ़ाना चाहते हैं, तो क्यों ना 30 मार्च, यानी स्मारक से पहलेवाले हफ्तों में अपनी पारिवारिक उपासना की शाम को परिवार के साथ मिलकर फिरौती पर चर्चा करें? इसके अलावा, खास बाइबल पढ़ाई के लिए जो अध्याय दिए गए हैं, क्यों ना उसे भी हर दिन अपने परिवार के साथ पढ़ें? और इस बारे में भी सोचना अच्छा होगा कि फिरौती से आपको क्या फायदा हुआ है, इससे किस तरह यहोवा के बारे में, खुद के और दूसरों के बारे में, साथ ही भविष्य के बारे में आपका नज़रिया बदला है।—भज. 77:12.
3. हम अपनी एहसानमंदी कैसे ज़ाहिर कर सकते हैं?
3 एहसानमंदी ज़ाहिर कीजिए: फिरौती के लिए एहसानमंद होना हमें उकसाता है कि हम यहोवा और उसके महान प्यार के बारे में, जो उसने अपने बेटे को भेजकर दिखाया है, दूसरों को बताएँ। (भज. 145:2-7) कुछ परिवार यह इंतज़ाम करते हैं कि मार्च, अप्रैल और मई के महीनों में घर का कोई सदस्य सहयोगी पायनियर सेवा करे। इस तरह वे फिरौती के लिए अपनी एहसानमंदी ज़ाहिर करते हैं। अगर ऐसा करना आपके लिए मुमकिन नहीं, तो क्या आप ‘वक्त का पूरा इस्तेमाल’ करते हुए प्रचार में ज़्यादा घंटे बिता सकते हैं? (इफि. 5:16) अगर हम एहसानमंद होंगे तो हम दूसरों की भी मदद करेंगे कि वे हमारे साथ स्मारक में शामिल हो सकें। (प्रका. 22:17) आप वापसी भेंटों, बाइबल विद्यार्थियों, रिश्तेदारों, साथ पढ़नेवालों या काम करनेवालों और पड़ोसियों की सूची बनाना शुरू कीजिए ताकि जब स्मारक के लिए खास इश्तहार का अभियान शुरू हो, तो आप उसमें पूरा-पूरा हिस्सा ले सकें।
4. हम किस तरह स्मारक के मौसम का बुद्धिमानी से इस्तेमाल कर सकते हैं?
4 यहोवा ने मानवजाति को जो तोहफा दिया है, उसके लिए हम कितने शुक्रगुज़ार हैं, यह दिखाने के लिए स्मारक का मौसम हमें नए-नए मौके देता है। तो आइए इन मौकों का फायदा उठाते हुए हम फिरौती और ‘मसीह की बेशुमार दौलत’ के लिए अपनी कदरदानी बढ़ाएँ और उसे अपने कामों से ज़ाहिर करें।—इफि. 3:8.