मिलते-जुलते लेख km 5/96 पेज 7 क्या आप बहुत व्यस्त हैं? उपयुक्त समय को कैसे ख़रीदें हमारी राज-सेवा—1996 हमेशा अत्यधिक रूप से व्यस्त रहना हमारी राज-सेवा—1995 क्या यह प्रचार में बाधा है? हमारी राज-सेव—2001 यहोवा की सेवा की बुनियाद पर अपनी ज़िंदगी का निर्माण कीजिए हमारी राज-सेवा—1998 थके-माँदों के लिए एक प्रेमपूर्ण आमंत्रण प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1995 थके हुए, पर हिम्मत नहीं हारते प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2004 अपने समय का सदुपयोग कीजिए हमारी राज-सेवा—1995 सुव्यवस्थित नित्यकर्म में प्रगतिशील रूप से चलते रहिए हमारी राज-सेवा—1994 ज़्यादा महत्त्वपूर्ण बातों को प्रथम स्थान दीजिए हमारी राज-सेवा—1997 हमारी वैयक्तिक कोशिश के अनुपात में फल पाना हमारी राज-सेवा—1991