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  • 2 | पैसों के बारे में सोच-समझकर फैसले लें

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  • 2 | पैसों के बारे में सोच-समझकर फैसले लें
  • सजग होइए!—2022
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सजग होइए!—2022
g22 अंक 1 पेज 7-9
एक बढ़ई लकड़ी पर कील ठोंक रहा है।

मुश्‍किलों से भरी दुनिया में

2 | पैसों के बारे में सोच-समझकर फैसले लें

यह क्यों ज़रूरी है?

बहुत-से लोगों के लिए पहले ही गुज़ारा करना मुश्‍किल है। ऊपर से जब दुनिया के हालात बिगड़ते हैं, तो उनके लिए गुज़र-बसर करना और भी मुश्‍किल हो जाता है। ऐसा क्यों?

  • महँगाई बढ़ जाती है, जैसे खाने-पीने की चीज़ों का दाम बढ़ जाता है और घर का किराया भी।

  • बेरोज़गारी बढ़ जाती है या लोगों को मजबूरन कम पैसों के लिए काम करना पड़ता है।

  • बाढ़-भूकंप में घर तबाह हो जाते हैं, काम-धंधे ठप्प पड़ जाते हैं और कई लोग सड़क पर आ जाते हैं।

किन बातों का ध्यान रखें?

  • अगर आप पैसों का सही इस्तेमाल करें और सोच-समझकर खर्च करें, तो मुसीबत आने पर आप कम में भी गुज़ारा चला पाएँगे।

  • पर पैसा ही सबकुछ नहीं है। आज आपके पास जो संपत्ति और पैसे हैं, हो सकता है वे कल ना रहें।

  • पैसों से खुशियाँ, परिवार में प्यार और दूसरी ज़रूरी चीज़ें नहीं खरीदी जा सकतीं।

अभी से क्या करें?

पवित्र शास्त्र में लिखा है, “अगर हमारे पास खाने और पहनने को है, तो हमें उसी में संतोष करना चाहिए।”​—1 तीमुथियुस 6:8.

संतोष करने का मतलब है, ज़रूरत की चीज़ों में खुश रहना और ज़्यादा की ख्वाहिश ना करना। ऐसा करना तब और भी ज़रूरी है जब हमारे पास कम पैसे हों।

जितनी चादर हो उतने ही पैर फैलाएँ। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे और अपनी हैसियत से बढ़कर खर्च करेंगे, तो आपके लिए मुश्‍किलें बढ़ सकती हैं।

बचाव कैसे करें?​—कुछ सुझाव

मुसीबतों के वक्‍त में पैसों के बारे में सोच-समझकर फैसले लेने के लिए ये कदम उठाएँ

खर्चे कम करें

  • एक बुज़ुर्ग औरत अपने बगीचे से गाजर इकट्ठा कर रही है।

    खर्चे कम करें

    कोई भी नया फोन, कपड़ा या दूसरी चीज़ तभी खरीदें जब आपको उसकी बहुत ज़रूरत हो। कोई भी बड़ी खरीदारी करने से पहले, जैसे एक नयी गाड़ी लेने से पहले सोचें कि क्या उसके बिना भी आपका काम चल जाएगा। सब्ज़ियों का खर्चा बचाने के लिए क्या आप घर पर ही कुछ साग-सब्ज़ी उगा सकते हैं?

  • कोई भी चीज़ लेने से पहले खुद से पूछें, ‘क्या मुझे इसकी सच में ज़रूरत है? क्या मेरे पास इसे खरीदने के लिए पैसे हैं?’

  • अगर सरकार और प्राइवेट संस्थाएँ किसी तरह की मदद दे रही हों तो उसे लेने से ना झिझकें।

जेडन कहता है, “हमारे पूरे परिवार ने मिलकर बात की कि हम अपने खर्चे कैसे कम कर सकते हैं। हमने घूमने-फिरने और मनोरंजन में कटौती की। हमने खाने के लिए महँगी चीज़ें खरीदना भी कम कर दिया।”

बजट बनाएँ

एक औरत हिसाब-किताब कर रही है।

बजट बनाएँ

पवित्र शास्त्र में लिखा है, “मेहनती की योजनाएँ ज़रूर सफल होंगी, लेकिन जल्दबाज़ी करनेवाले पर गरीबी छा जाएगी।” (नीतिवचन 21:5) बजट बनाने से आप ध्यान रख पाएँगे कि आपकी जितनी कमाई है उससे ज़्यादा खर्च ना हो। बजट बनाने के लिए:

  • पहले, एक महीने की अपनी कमाई लिखें।

  • फिर लिखें कि खाने, बिजली और किराए जैसी ज़रूरी चीज़ों में कितना खर्चा होता है। दूसरे खर्चे भी लिखें।

  • उसके बाद देखें कि क्या आपकी कमाई से आपके खर्चे पूरे हो रहे हैं। अगर नहीं तो जो चीज़ें ज़रूरी नहीं हैं, उन्हें खरीदना कम कर दें या बंद कर दें।

कार्ल कहता है, “मैं और मेरी पत्नी हर महीने अपनी कमाई और खर्चे लिख लेते हैं। हम कुछ पैसे बचाकर रखते हैं ताकि ज़रूरत की घड़ी में काम आ सकें। और अगर हमें पता हो कि कोई बड़ा खर्चा आनेवाला है तो उसके लिए भी पैसे जोड़ना शुरू कर देते हैं। इस तरह बजट बनाने से हमें ज़्यादा चिंता नहीं होती।”

कर्ज़ ना लें और पैसे बचाएँ

  • एक माँ अपनी बेटी को बोतल में पैसे जमा करना सिखा रही है।

    कर्ज़ ना लें और पैसे बचाएँ

    सोचें कि आप अपना कर्ज़ किन तरीकों से चुकाएँगे। हो सके तो कर्ज़ ना लें। अगर आपको कुछ खरीदना ही है तो पहले पैसे जमा करें।

  • हर महीने थोड़े-बहुत पैसे बचाने की कोशिश करें ताकि अगर कोई बड़ा खर्च आनेवाला हो या अचानक कोई ज़रूरत आ पड़े, तो आपके पास चार पैसे होंगे।

मेहनत करें, नौकरी बनाए रखें

पवित्र शास्त्र में लिखा है, “मेहनत के हर काम से फायदा होता है।”​—नीतिवचन 14:23.

  • एक बढ़ई लकड़ी पर कील ठोंक रहा है।

    मेहनत करें, नौकरी बनाए रखें

    अपने काम के बारे में अच्छा सोचें। भले ही आपके पास आपकी पसंद की नौकरी ना हो, पर अच्छी बात यह है कि उससे कम-से-कम आपकी रोज़ी रोटी चल रही है।

  • मेहनती और भरोसेमंद बनने की कोशिश करें। इससे आपकी नौकरी बनी रहेगी। या अगर आपका काम छूट जाए, तो दूसरा काम मिलना आसान हो जाएगा।

डैनी कहता है, “मुझे जो भी काम मिलता है मैं करता हूँ, फिर चाहे वह मेरी पसंद का ना हो या उससे ज़्यादा पैसे ना मिल रहे हो। मैं दूसरों के लिए जो भी काम करता हूँ पूरी ईमानदारी से और अच्छे-से करता हूँ, मानो खुद के लिए कर रहा हूँ।”

अगर आपको नौकरी की तलाश है, तो . . .

  • खुद पहल करें। ऐसी कंपनियों को फोन करें जहाँ आपको लगता है कि नौकरी मिल सकती है, भले ही उन्होंने कोई इश्‍तहार ना दिया हो। परिवारवालों और दोस्तों से भी पूछें।

  • कोई भी काम करने के लिए तैयार रहें, क्योंकि अपनी पसंद की नौकरी मिलना बहुत मुश्‍किल होता है।

माता-पिता घर के खर्च के बारे में बात कर रहे है और उनके बच्चे बगीचे में खेल रहे हैं।

और जानिए: “कम पैसों में कैसे करें गुज़ारा?” लेख पढ़ें।

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