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  • यूहन्‍ना 14
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

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यूहन्‍ना का सारांश

      • सिर्फ यीशु ही पिता के पास जाने की राह (1-14)

        • “मैं ही वह राह, सच्चाई और जीवन हूँ” (6)

      • यीशु वादा करता है कि पवित्र शक्‍ति आएगी (15-31)

        • “पिता मुझसे बड़ा है” (28)

यूहन्‍ना 14:1

संबंधित आयतें

  • +यूह 14:27
  • +मर 11:22; 1पत 1:21

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    11/2021, पेज 20

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    8/2019, पेज 27-28

    प्रहरीदुर्ग,

    2/1/1988, पेज 10-15

यूहन्‍ना 14:2

संबंधित आयतें

  • +लूक 12:32; 1पत 1:3, 4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    परमेश्‍वर का राज हुकूमत कर रहा है!, पेज 35-36

    प्रहरीदुर्ग,

    8/15/2009, पेज 11

    4/15/2008, पेज 32

यूहन्‍ना 14:3

संबंधित आयतें

  • +यूह 17:24; रोम 8:17; फिल 1:23; 1थि 4:16, 17

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सर्वदा जीवित रहिए, पेज 142

यूहन्‍ना 14:5

संबंधित आयतें

  • +यूह 11:16

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 274

यूहन्‍ना 14:6

संबंधित आयतें

  • +यूह 10:9; इफ 2:18; इब्र 10:19, 20
  • +यूह 1:17; इफ 4:21
  • +यूह 1:4; 6:63; 17:3; रोम 6:23
  • +प्रेष 4:12

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 15-22

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 15

    यीशु—राह, पेज 7, 274

    प्रहरीदुर्ग,

    7/15/2009, पेज 4

    5/15/2009, पेज 31-32

    11/1/2005, पेज 25

    राज-सेवा,

    11/2002, पेज 1

यूहन्‍ना 14:7

संबंधित आयतें

  • +मत 11:27; यूह 1:18

यूहन्‍ना 14:8

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 274

यूहन्‍ना 14:9

संबंधित आयतें

  • +यूह 12:45; कुल 1:15; इब्र 1:3

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 18-19

    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए, लेख 83

    यहोवा के करीब, पेज 22

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 17

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2015, पेज 5

    7/1/1990, पेज 19

    7/1/1989, पेज 26-27

    यीशु—राह, पेज 274

यूहन्‍ना 14:10

संबंधित आयतें

  • +यूह 10:38; 17:21
  • +यूह 7:16; 8:28; 12:49

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 274

यूहन्‍ना 14:11

संबंधित आयतें

  • +यूह 5:36

यूहन्‍ना 14:12

संबंधित आयतें

  • +मत 21:21; प्रेष 1:8; 2:41
  • +प्रेष 2:32, 33

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 88-89

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    12/2019, पेज 5

    यीशु—राह, पेज 274-275

    प्रहरीदुर्ग,

    1/15/2011, पेज 32

    5/15/1997, पेज 14

    राज-सेवा,

    9/1998, पेज 1

यूहन्‍ना 14:13

संबंधित आयतें

  • +यूह 15:16; 16:23

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” (मत्ती-कुलु), पेज 14

यूहन्‍ना 14:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 275

    “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” (मत्ती-कुलु), पेज 14

यूहन्‍ना 14:15

संबंधित आयतें

  • +यूह 13:34; 15:10; याकू 1:22

यूहन्‍ना 14:16

फुटनोट

  • *

    या “दिलासा देनेवाला।”

संबंधित आयतें

  • +लूक 24:49; यूह 15:26; 16:7; प्रेष 1:5; 2:1, 4; रोम 8:26

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 275

    प्रहरीदुर्ग,

    5/1/2003, पेज 17

    3/15/2003, पेज 6

    2/1/2002, पेज 19-20

    11/1/1996, पेज 10

    3/1/1993, पेज 26-27, 29

    त्रियेक, पेज 22

यूहन्‍ना 14:17

संबंधित आयतें

  • +मत 10:19, 20; यूह 16:13; 1कुर 2:12; 1यूह 2:27
  • +1कुर 2:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 275

    प्रहरीदुर्ग,

    3/1/1993, पेज 26-27

    त्रियेक, पेज 22

यूहन्‍ना 14:18

फुटनोट

  • *

    या “अनाथों की तरह।”

संबंधित आयतें

  • +मत 28:20

यूहन्‍ना 14:19

संबंधित आयतें

  • +प्रेष 10:40, 41

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 275

यूहन्‍ना 14:20

संबंधित आयतें

  • +यूह 10:38; 17:21

यूहन्‍ना 14:21

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 28

    प्रहरीदुर्ग,

    2/1/2002, पेज 16

    2/1/1997, पेज 19

यूहन्‍ना 14:22

संबंधित आयतें

  • +लूक 6:13, 16; प्रेष 1:13

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 275

यूहन्‍ना 14:23

संबंधित आयतें

  • +यूह 15:10
  • +1यूह 2:24; प्रक 3:20

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 17

    परमेश्‍वर का राज हुकूमत कर रहा है!, पेज 197

    प्रहरीदुर्ग,

    2/1/2002, पेज 16

यूहन्‍ना 14:24

संबंधित आयतें

  • +यूह 5:19; 7:16; 12:49

यूहन्‍ना 14:26

संबंधित आयतें

  • +लूक 24:49; यूह 15:26; 16:13; 1यूह 2:27

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    6/2017, पेज 13

    प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए),

    अंक 1 2017, पेज 15

    यीशु—राह, पेज 311

    प्रहरीदुर्ग,

    12/15/2011, पेज 14-15

    7/15/2010, पेज 20-21

    4/15/2008, पेज 32

    5/1/2003, पेज 17

    2/1/2002, पेज 19-20

    10/15/2000, पेज 21-22

    4/1/2000, पेज 8-9

    3/1/1993, पेज 26-27

    1/1/1990, पेज 11-12

    सेवा स्कूल, पेज 19-20

    त्रियेक, पेज 22

यूहन्‍ना 14:27

संबंधित आयतें

  • +यूह 16:33; इफ 2:14; फिल 4:6, 7; कुल 3:15; 2थि 3:16

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2018, पेज 20

    यीशु—राह, पेज 275

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2009, पेज 9

    4/15/1997, पेज 12

यूहन्‍ना 14:28

संबंधित आयतें

  • +यूह 20:17; 1कुर 11:3; 15:28; फिल 2:5, 6

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    पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए, लेख 70

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 15

यूहन्‍ना 14:29

संबंधित आयतें

  • +यूह 13:19; 16:4

यूहन्‍ना 14:30

फुटनोट

  • *

    या “उसे मुझ पर अधिकार नहीं।”

संबंधित आयतें

  • +यूह 12:31; 16:11
  • +यूह 16:33

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  • खोजबीन गाइड

    यीशु—राह, पेज 275

यूहन्‍ना 14:31

संबंधित आयतें

  • +यूह 10:18; 12:49; 15:10; फिल 2:8

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  • खोजबीन गाइड

    मेरा चेला बन जा, पेज 129, 136-137

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 17

    प्रहरीदुर्ग,

    12/15/2002, पेज 4

    2/1/2002, पेज 14-15

दूसरें अनुवाद

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दूसरी

यूह. 14:1यूह 14:27
यूह. 14:1मर 11:22; 1पत 1:21
यूह. 14:2लूक 12:32; 1पत 1:3, 4
यूह. 14:3यूह 17:24; रोम 8:17; फिल 1:23; 1थि 4:16, 17
यूह. 14:5यूह 11:16
यूह. 14:6यूह 10:9; इफ 2:18; इब्र 10:19, 20
यूह. 14:6यूह 1:17; इफ 4:21
यूह. 14:6यूह 1:4; 6:63; 17:3; रोम 6:23
यूह. 14:6प्रेष 4:12
यूह. 14:7मत 11:27; यूह 1:18
यूह. 14:9यूह 12:45; कुल 1:15; इब्र 1:3
यूह. 14:10यूह 10:38; 17:21
यूह. 14:10यूह 7:16; 8:28; 12:49
यूह. 14:11यूह 5:36
यूह. 14:12मत 21:21; प्रेष 1:8; 2:41
यूह. 14:12प्रेष 2:32, 33
यूह. 14:13यूह 15:16; 16:23
यूह. 14:15यूह 13:34; 15:10; याकू 1:22
यूह. 14:16लूक 24:49; यूह 15:26; 16:7; प्रेष 1:5; 2:1, 4; रोम 8:26
यूह. 14:17मत 10:19, 20; यूह 16:13; 1कुर 2:12; 1यूह 2:27
यूह. 14:171कुर 2:14
यूह. 14:18मत 28:20
यूह. 14:19प्रेष 10:40, 41
यूह. 14:20यूह 10:38; 17:21
यूह. 14:22लूक 6:13, 16; प्रेष 1:13
यूह. 14:23यूह 15:10
यूह. 14:231यूह 2:24; प्रक 3:20
यूह. 14:24यूह 5:19; 7:16; 12:49
यूह. 14:26लूक 24:49; यूह 15:26; 16:13; 1यूह 2:27
यूह. 14:27यूह 16:33; इफ 2:14; फिल 4:6, 7; कुल 3:15; 2थि 3:16
यूह. 14:28यूह 20:17; 1कुर 11:3; 15:28; फिल 2:5, 6
यूह. 14:29यूह 13:19; 16:4
यूह. 14:30यूह 12:31; 16:11
यूह. 14:30यूह 16:33
यूह. 14:31यूह 10:18; 12:49; 15:10; फिल 2:8
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
यूहन्‍ना 14:1-31

यूहन्‍ना के मुताबिक खुशखबरी

14 “तुम्हारे दिल दुख से बेहाल न हों।+ परमेश्‍वर पर विश्‍वास करो+ और मुझ पर भी विश्‍वास करो। 2 मेरे पिता के घर में रहने की बहुत-सी जगह हैं। अगर नहीं होतीं, तो मैं तुमसे यह बात नहीं कहता। मगर अब मैं तुम्हारे लिए जगह तैयार करने जा रहा हूँ।+ 3 और जब मैं जाकर तुम्हारे लिए जगह तैयार करूँगा, तो मैं दोबारा आऊँगा और तुम्हें अपने घर ले जाऊँगा ताकि जहाँ मैं हूँ वहाँ तुम भी रहो।+ 4 जहाँ मैं जा रहा हूँ, तुम वहाँ की राह जानते हो।”

5 थोमा+ ने उससे कहा, “प्रभु, हम नहीं जानते कि तू कहाँ जा रहा है। तो फिर हम वहाँ की राह कैसे जानें?”

6 यीशु ने उससे कहा, “मैं ही वह राह,+ सच्चाई+ और जीवन हूँ।+ कोई भी पिता के पास नहीं आ सकता, सिवा उसके जो मेरे ज़रिए आता है।+ 7 अगर तुमने मुझे सचमुच जाना होता, तो तुम मेरे पिता को भी जानते। इस घड़ी से तुम उसे जानोगे, सच तो यह है कि तुमने उसे देखा है।”+

8 फिलिप्पुस ने उससे कहा, “प्रभु, हमें पिता दिखा दे, यही हमारे लिए काफी है।”

9 यीशु ने उससे कहा, “फिलिप्पुस, मैं इतने समय से तुम लोगों के साथ हूँ और फिर भी तू मुझे नहीं जान पाया? जिसने मुझे देखा है उसने पिता को भी देखा है।+ तो फिर तू क्यों कहता है, ‘हमें पिता दिखा दे’? 10 क्या तू यकीन नहीं करता कि मैं पिता के साथ एकता में हूँ और पिता मेरे साथ एकता में है?+ मैं जो बातें तुमसे कहता हूँ वे अपनी तरफ से नहीं कहता,+ बल्कि पिता जो मेरे साथ एकता में है, वही मेरे ज़रिए अपने काम कर रहा है। 11 मेरा यकीन करो कि मैं पिता के साथ एकता में हूँ और पिता मेरे साथ एकता में है। नहीं तो, जो काम मैंने किए हैं उन्हीं की वजह से मेरा यकीन करो।+ 12 मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ, जो मुझ पर विश्‍वास करता है, वह भी वे काम करेगा जो मैं करता हूँ बल्कि इनसे भी बड़े-बड़े काम करेगा+ क्योंकि मैं पिता के पास जा रहा हूँ।+ 13 साथ ही, जो कुछ तुम मेरे नाम से माँगोगे, वह मैं करूँगा ताकि बेटे के ज़रिए पिता महिमा पाए।+ 14 अगर तुम मेरे नाम से कुछ माँगोगे, तो मैं वह करूँगा।

15 अगर तुम मुझसे प्यार करते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे।+ 16 मैं पिता से बिनती करूँगा और वह तुम्हें एक और मददगार* देगा जो हमेशा तुम्हारे साथ रहेगा+ 17 यानी सच्चाई की पवित्र शक्‍ति,+ जो दुनिया को नहीं मिल सकती क्योंकि दुनिया न तो इसे देखती है न ही इसे जानती है।+ तुम इसे जानते हो क्योंकि यह तुम्हारे साथ रहती है और तुममें है। 18 मैं तुम्हें मातम की हालत में* नहीं छोड़ूँगा। मैं तुम्हारे पास फिर आ रहा हूँ।+ 19 थोड़ी देर और है, फिर दुनिया मुझे कभी नहीं देखेगी मगर तुम मुझे देखोगे+ क्योंकि मैं जीवित हूँ और तुम भी जीओगे। 20 उस दिन तुम जानोगे कि मैं अपने पिता के साथ एकता में हूँ और तुम मेरे साथ एकता में हो और मैं तुम्हारे साथ एकता में हूँ।+ 21 जिसके पास मेरी आज्ञाएँ हैं और जो उन्हें मानता है, वही मुझसे प्यार करता है। जो मुझसे प्यार करता है उससे मेरा पिता प्यार करेगा और मैं भी उससे प्यार करूँगा और अपने आपको उस पर खुलकर ज़ाहिर करूँगा।”

22 यहूदा+ (इस्करियोती नहीं) ने उससे कहा, “प्रभु, क्या वजह है कि तू अपने आपको हम पर तो खुलकर ज़ाहिर करना चाहता है मगर दुनिया पर नहीं?”

23 यीशु ने जवाब दिया, “अगर कोई मुझसे प्यार करता है, तो वह मेरे वचन पर चलेगा+ और मेरा पिता उससे प्यार करेगा। हम उसके पास आएँगे और उसके साथ निवास करेंगे।+ 24 जो मुझसे प्यार नहीं करता वह मेरे वचनों पर नहीं चलता। जो वचन तुम सुन रहे हो वह मेरा नहीं, बल्कि पिता का है जिसने मुझे भेजा है।+

25 तुम्हारे साथ रहते हुए मैंने ये बातें तुम्हें बतायी हैं। 26 मगर वह मददगार यानी पवित्र शक्‍ति जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा, तुम्हें सारी बातें सिखाएगा और जितनी बातें मैंने तुम्हें बतायी हैं वे सब तुम्हें याद दिलाएगा।+ 27 जो शांति मैं देता हूँ+ वह मैं तुम्हारे पास छोड़कर जा रहा हूँ। मैं तुम्हें यह शांति इस तरीके से नहीं देता जैसे दुनिया देती है। तुम्हारे दिल दुख से बेहाल न हों, न ही वे डर के मारे कमज़ोर पड़ें। 28 तुमने मुझे यह कहते सुना है कि मैं जा रहा हूँ और मैं तुम्हारे पास वापस आऊँगा। अगर तुम मुझसे प्यार करते, तो इस बात पर खुशी मनाते कि मैं पिता के पास जा रहा हूँ क्योंकि पिता मुझसे बड़ा है।+ 29 और ऐसा होने से पहले मैं अभी से तुम्हें बता रहा हूँ ताकि जब ऐसा हो तो तुम यकीन कर सको।+ 30 मैं अब तुमसे और ज़्यादा बात नहीं करूँगा क्योंकि इस दुनिया का राजा+ आ रहा है और मुझ पर उसका कोई ज़ोर नहीं चलता।*+ 31 मगर दुनिया जान सके कि मैं पिता से प्यार करता हूँ इसलिए मैं ठीक वैसा ही करता हूँ जैसा पिता ने मुझे आज्ञा दी है।+ अब उठो, हम यहाँ से चलें।

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