दूसरों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाना
दूसरों में यहोवा की दिलचस्पी अत्याधिक मात्रा में प्रकट है। क्या उन्होंने अपनी सृष्टि की भौतिक आवश्यकताओं के लिए उदारता से प्रबंध नहीं किया? (उत्प. १:२९, ३०; २:१६, १७; मत्ती ५:४५; लूका ६:३५ से तुलना करें।) अधिक महत्त्वपूर्ण तो यह है, कि क्या उन्होंने पाप और मृत्यु से हमारे छुटकारे का प्रबंध करके हम में वैयक्तिक दिलचस्पी नहीं दिखाई है?—यूहन्ना ३:१६.
२ जब यीशु पृथ्वी पर था, उसने अपने पिता की दूसरों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाने की परिपूर्ण मिसाल का अनुकरण किया। (मत्ती ११:२८-३०; १ पत. २:२१) जब कोढ़ से भरे एक आदमी ने यीशु से कहा, “हे प्रभु, यदि तू चाहे, तो मुझे शुद्ध कर सकता है,” तब यीशु ने जवाब दिया, “मैं चाहता हूँ, तू शुद्ध हो जा,” और उस आदमी को ठीक कर दिया। (मत्ती ८:२, ३) नाईन नाम के नगर के पास पहुँचकर, यीशु एक तरुण, एक विधवा माँ के एकलौते पुत्र की शव-यात्रा से मिला, और तरस आकर, यीशु ने उसे पुनर्जीवित किया। (लूका ७:११-१५) उसे पूछे बग़ैर ही, यीशु ने दूसरों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाई। छोटे बच्चों को भी अपने समय और ध्यान के योग्य माना जाता था, और वह दूसरों को सान्त्वना और प्रोत्साहन देने के लिए कभी भी बहुत व्यस्त नहीं था।—मत्ती २०:३१-३४; मरकुस १०:१३-१६
परिवार और मित्र
३ दूसरों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाने के लिए तरीक़े ढूँढ़ने में हमें यहोवा और यीशु मसीह के जैसे होने की कोशिश करनी चाहिए। इसलिए, ऐसा करने के लिए कुछेक मौक़ों पर ग़ौर करें।
४ एक बहुत ही बड़ी ज़रूरत यह है कि भाई खुद अपने परिवार के सदस्यों में एक असली वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाएँ और परिवार की आध्यात्मिकता की उपेक्षा न करें। इस में परिवार के साथ नियमित रूप से अध्ययन करना शामिल है। आपके पारिवारिक अध्ययन में, क्या आप अध्ययन विषय पर इस तरह ग़ौर करते हैं कि यह रुचि उत्पन्न करे और उपयोगी हो? क्या आप अपनी गृहस्थी के प्रत्येक सदस्य के साथ क्षेत्र सेवा में नियमित रूप से कार्य करके इस पर जुटे रहते हैं? जब आप ऐसा करते हैं, तो क्या यह एक आनन्दित समय होता है? क्या आप अपने बच्चों में दूसरों की मदद करने की इच्छा विकसित कर रहे हैं, और इस प्रकार मसीही पड़ोसी का प्रेम दिखा रहे हैं? अगर आप शादी-शुदा हैं और घर में कोई बच्चें नहीं, क्या फिर भी आपका पारिवारिक अध्ययन है?
५ हम यथासंभव हर किसी को आध्यात्मिक सहायता देना चाहते हैं। लेकिन हमारी व्यस्त ज़िन्दगियों में, क्या हम मण्डली के उन सदस्यों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाना भूल जाते हैं, जिनकी कुछ ख़ास आवश्यकताएँ होती हैं? (नीति. ३:२७; गल. ६:१०) मसीही मण्डली में अनाथ बच्चें, बूढ़ें, विधवाएँ, दुर्बल, दुःखी, विकलांग, और अन्य लोग हैं, जिनकी ख़ास आवश्यकताएँ हैं। यहोवा और उनके पुत्र, यीशु मसीह का अनुकरण करने में, हमें अपने सभी भाई-बहनों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाने में उपेक्षा नहीं करनी चाहिए।—१ कुरि. १०:२४; फिलि. २:४; इब्रा. १३:१६.
क्षेत्र में भेड़-समान लोग
६ गृह बाइबल अध्ययन करनेवालों में हम वैयक्तिक दिलचस्पी कैसे दिखा सकते हैं? इन में से अनेकों ने सांसारिक मित्रों से नाता तोड़ने की आवश्यकता देखी है। हालाँकि हम व्यस्त हैं, क्या हम ऐसे विद्यार्थियों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाते हैं, और जिन लोगों ने परिवर्तन किए हैं, क्या हम अपने नए मित्रों के तौर से उनका स्वागत करते हैं? हालाँकि हम शायद उनके साथ अध्ययन न करते हों, क्या हम उनके लिए प्रोत्साहन का एक स्रोत हैं?—मरकुस १०:२८-३० से तुलना करें।
७ क्या आप उन लोगों में एक सच्ची वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाने में एक अधिक हिस्सा ले सकते हैं, जो सुसमाचार सुनने के लिए तैयार हैं? क्या आप उनकी आध्यात्मिक आवश्यकताओं को पूरा करने में उनकी मदद करने की कोशिश करेंगे? व्यक्तिगत रूप से, क्षेत्र सेवकाई में एक अधिक बड़ा हिस्सा लेने के लिए आप क्या कर सकते हैं? अगर आपकी स्थिति ऐसी है कि आप अधिक हिस्सा ले सकते हैं, तो अपने आप को पीछे न रोक रखें।—लूका ९:६०-६२.
८ दूसरों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखाने में हमें यहोवा और यीशु का अनुकरण करना चाहिए। हमें संवेदनशील होना चाहिए और मदद का हाथ बढ़ाना चाहिए, उसी तरह जैसे यीशु ने उस आदमी के मामले में किया जो कोढ़ से भरा हुआ था। जी हाँ, हम हमेशा ही ऐसे तरीक़ों के विषय में सतर्क रहना चाहिए, जिनके ज़रिए हम दूसरों में वैयक्तिक दिलचस्पी दिखा सकते हैं।