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  • 28 मार्च–3 अप्रैल
  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
mwb16 मार्च पेज 6

28 मार्च–3 अप्रैल

अय्यूब 11-15

  • गीत 12 और प्रार्थना

  • आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)

पाएँ बाइबल का खज़ाना

  • “अय्यूब को पूरा यकीन था कि यहोवा मौत की नींद सो रहे लोगों को दोबारा ज़िंदा करेगा”: (10 मि.)

    • अय 14:1, 2—अय्यूब ने थोड़े शब्दों में इंसान के जीवन के बारे में बताया (प्रहरीदुर्ग 15 3/1 पेज 3, अँग्रेज़ी; प्रहरीदुर्ग 10 10/1 पेज 5 पैरा. 1; प्रहरीदुर्ग 08 3/1 पेज 3 पैरा. 3, अँग्रेज़ी)

    • अय 14:13-15क—अय्यूब को पता था कि यहोवा उसे कभी नहीं भूलेगा (प्रहरीदुर्ग 15 8/1 पेज 5, अँग्रेज़ी; प्रहरीदुर्ग 14 4/1 पेज 7 पैरा. 4; प्रहरीदुर्ग 11 7/1 पेज 10 पैरा. 2-4; प्रहरीदुर्ग 06 3/15 पेज 14 पैरा. 9, 10)

    • अय 14:15ख—यहोवा अपने वफादार सेवकों से बहुत प्यार करता है (प्रहरीदुर्ग 15 8/1 पेज 7 पैरा. 3, अँग्रेज़ी; प्रहरीदुर्ग 14 6/15 पेज 14 पैरा. 12; प्रहरीदुर्ग 11 7/1 पेज 10 पैरा. 3-6)

  • ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)

    • अय 12:12—बुज़ुर्ग मसीहियों में कैसे जवान मसीहियों की मदद करने की काबिलीयत होती है? (सजग होइए 99 9/8 पेज 11, बक्स; प्रहरीदुर्ग 14 1/15 पेज 23 पैरा. 6)

    • अय 15:27—जब एलीपज ने कहा कि अय्यूब के चेहरे पर “चिकनाई छा गई है,” तो उसका क्या मतलब था? (इंसाइट-1 पेज 802 पैरा. 4)

    • इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनसे यहोवा के बारे में मैंने क्या सीखा?

    • इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनमें से कौन-सी बातें मैं प्रचार करते वक्‍त ध्यान में रख सकता हूँ?

  • पढ़ने के लिए आयतें: अय 14:1-22 (4 मि. या उससे कम)

बढ़ाएँ प्रचार में हुनर

  • पहली मुलाकात: खुशखबरी पाठ 13 पैरा. 1—इस तरह बातचीत कीजिए कि आप उस व्यक्‍ति से दोबारा मिल सकें। (2 मि. या उससे कम)

  • अगली मुलाकात: खुशखबरी पाठ 13 पैरा. 2—अपनी बातचीत इस तरह आगे बढ़ाइए कि आप उससे दोबारा मिल सकें। (4 मि. या उससे कम)

  • बाइबल अध्ययन: खुशखबरी पाठ 13 पैरा. 3-4 (6 मि. या उससे कम)

जीएँ मसीहियों की तरह

  • गीत 55

  • मंडली की ज़रूरतें: (5 मि.)

  • “दोबारा जी उठना—फिरौती बलिदान की वजह से मुमकिन”: (10 मि.) चर्चा। इस भाग के आखिर में सन्‌ 2014 के क्षेत्रीय अधिवेशन, “पहले परमेश्‍वर के राज की खोज में लगे रहो!” में दिखाया गया वीडियो दिखाइए।

  • मंडली का बाइबल अध्ययन: गवाही दो अध्या. 27 पैरा. 19-26, “रोम में पहली बार कैद के वक्‍त पौलुस के पाँच खत,” “ईसवी सन्‌ 61 के बाद पौलुस की ज़िंदगी” और “खुशखबरी का ‘प्रचार दुनिया के कोने-कोने में’” नाम के बक्स (30 मि.)

  • सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)

  • गीत 28 और प्रार्थना

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