आइए, सच्ची आशा का संदेश सुनिए
यह संदेश आपको जन भाषण “सब कुछ नया करना—जैसा पहले से बताया है,” में सुनने को मिलेगा। यह भाषण इस साल यहोवा के साक्षियों के ज़िला अधिवेशन “परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन” में दिया जाएगा। बहुत लोग यह आस लगाये बैठे हैं कि साल २००० मानवजाति के लिए आशिषें लाएगा।
एक विश्वविद्यालय के प्रोफॆसर ने कहा, “इस सहस्राब्दी का अंत होने के साथ-साथ एक बहुत ही भयंकर सदी से हमारा पीछा छूटेगा।” और हालाँकि “सन् २००० कैलॆंडर का एक आम साल है,” मकलीन्ज़ पत्रिका ने कहा, “हो सकता है कि इसी साल सचमुच एक नयी शुरूआत हो जाए।” लेकिन, अनुभव नहीं दिखाता कि ऐसा होगा।
“नयी शुरूआत” करने के मानवी प्रयास हमेशा ही असफल रहे हैं। तो फिर हम उस प्रतिज्ञा पर क्यों विश्वास रख सकते हैं जो परमेश्वर ने १,९०० साल पहले की थी कि “देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूं”? (प्रकाशितवाक्य २१:५) दिल को छू लेनेवाले जन भाषण में इस प्रतिज्ञा पर विश्वास रखने के ठोस कारण बताये जाएँगे। इस भाषण को सुनने के लिए आपको बहुत दूर जाने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि इस महीने से दुनिया भर में सैकड़ों अधिवेशनों में यह भाषण दिया जाएगा। भारत में इस कार्यक्रम को नवंबर और दिसंबर में देश भर के २७ स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है।
अपने सबसे नज़दीकी अधिवेशन स्थल की जानकारी के लिए अपने इलाके के यहोवा के साक्षियों से संपर्क कीजिए या इस पत्रिका के प्रकाशकों को लिखिए।