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अध्याय 51

ठीक समय, समय का सही बँटवारा

आपको क्या करने की ज़रूरत है?

दिए गए वक्‍त के अंदर अपना भाषण खत्म कीजिए और अपने भाषण के अलग-अलग भागों के लिए समय का सही बँटवारा कीजिए।

इसकी क्या अहमियत है?

भाषण के हर मुख्य मुद्दे के लिए काफी समय ठहराना ज़रूरी है। यह बहुत ज़रूरी है कि सभा वक्‍त पर खत्म हो।

हालाँकि, भाषण देते वक्‍त, अच्छी तरह सिखाने पर खास ध्यान दिया जाना चाहिए, लेकिन भाषण को वक्‍त पर खत्म करना भी ज़रूरी है। हमारी सभाओं को ठहराए गए समय पर शुरू और खत्म किया जाता है। इसके लिए, कार्यक्रम में भाग लेनेवाले हरेक जन के सहयोग की ज़रूरत है।

बाइबल के ज़माने में, समय के बारे में लोगों का नज़रिया वैसा नहीं था, जैसे आज ज़्यादातर देशों में है। उस ज़माने में, वक्‍त का सिर्फ अंदाज़ा लगाया जाता था, जैसे “तीसरे पहर के निकट” या “दसवें घंटे के लगभग।” (मत्ती 20:3-6; यूह. 1:39) लोग, रोज़मर्रा के कामों को वक्‍त पर करने की ज़्यादा चिंता नहीं करते थे। आज भी संसार के कुछ भागों में लोगों का वक्‍त के बारे में यही नज़रिया है।

लोग, आम दस्तूर के हिसाब से या फिर शायद अपनी मरज़ी से समय को लेकर इतने पक्के न हों, लेकिन अगर हम समय पर सही ध्यान दें, तो हमें लाभ होगा। जब कार्यक्रम में कई लोगों को भाग सौंपे जाते हैं, तो हरेक को अपना भाग, दिए गए समय में खत्म करना चाहिए। ‘सारी बातें सभ्यता और क्रमानुसार किए जाने’ के इस सिद्धांत को सभाओं के भाग को समय पर पूरा करने पर भी लागू किया जा सकता है।—1 कुरि. 14:40.

दिए गए वक्‍त पर खत्म करना। इसके लिए सबसे ज़रूरी है, तैयारी। आम तौर पर जो लोग अच्छी तैयारी नहीं करते, वे ही समय का ठीक ध्यान नहीं रख पाते। हो सकता है, उन्हें खुद पर हद-से-ज़्यादा भरोसा हो कि वे भाषण अच्छी तरह दे सकते हैं या फिर वे तैयारी को आखिरी मौके तक टालते रहते हैं। भाषण में समय का ध्यान रखने के लिए ज़रूरी है कि आप अपने भाग के लिए कदरदानी दिखाएँ और आपमें अच्छी तैयारी करने की इच्छा हो।

अगर आपको पढ़ने का भाग सौंपा जाए, तो आप क्या कर सकते हैं? सबसे पहले, आप इस किताब के अध्याय 4 से 7 पर दोबारा विचार कीजिए जिनमें प्रवाह, ठहराव, मतलब पर ज़ोर देने और खास विचारों पर ज़ोर देने के बारे में चर्चा की गयी है। इसके बाद, दिए गए भाग को ऊँची आवाज़ में पढ़ते वक्‍त, उन सलाहों को अमल में लाइए। देखिए कि आप कितना वक्‍त लेते हैं। क्या आपको दिए गए समय के अंदर अपना भाग खत्म करने के लिए पढ़ने की रफ्तार बढ़ानी होगी? अगर हाँ, तो पढ़ाई का जो भाग खास अहमियत नहीं रखता, उसे जल्दी पढ़िए, मगर खास विचारों को ठहराव के साथ और सही जगहों पर ज़ोर देते हुए थोड़ी धीमी रफ्तार में पढ़ना जारी रखिए। इस तरह बार-बार अभ्यास कीजिए। जैसे-जैसे आप प्रवाह के साथ पढ़ेंगे, वैसे-वैसे आप समय का ध्यान रख पाएँगे।

क्या आप भाषण देने के लिए नोट्‌स्‌ का इस्तेमाल करेंगे? वक्‍त पर भाषण खत्म करने के लिए एक मैन्यूस्क्रिप्ट के जैसे लंबे-लंबे नोट्‌स्‌ तैयार करने की ज़रूरत नहीं। अध्याय 25 पर काम करते वक्‍त, आपने नोट्‌स्‌ तैयार करने का एक बेहतरीन तरीका सीखा है। इसके लिए इन पाँच मुद्दों को ध्यान में रखिए: (1) अच्छी जानकारी तैयार कीजिए, मगर ढेर सारी नहीं। (2) खास विचारों को मन में अच्छी तरह बिठा लीजिए, मगर हर वाक्य को रटिए मत। (3) अपनी आउटलाइन पर निशान लगाइए कि आप अपने भाषण के एक-एक भाग को कितने समय के अंदर पूरा करेंगे या फलाँ मुद्दा खत्म करने तक कितना समय बीतना चाहिए। (4) तैयारी करते वक्‍त अगर आप देखें कि आप ज़्यादा समय ले रहे हैं, तो देखिए कि जानकारी का कौन-सा हिस्सा छोड़ा जा सकता है। (5) अपने भाषण का अभ्यास कीजिए।

अभ्यास करना बहुत ज़रूरी है। यह करते वक्‍त देखिए कि भाषण के हर भाग को पेश करने में कितना समय लगता है। अपने भाषण का बार-बार तब तक अभ्यास कीजिए जब तक आपका पूरा भाषण, दिए गए समय के अंदर पूरा नहीं होता। भाषण में ज़्यादा-से-ज़्यादा जानकारी ठूँसने की कोशिश मत कीजिए। थोड़ा खाली समय छोड़िए क्योंकि अकेले में अभ्यास करते वक्‍त जितना समय लगता है, उससे थोड़ा ज़्यादा समय सुननेवालों के सामने भाषण देते वक्‍त लग सकता है।

अलग-अलग भागों के लिए समय का बँटवारा करना। भाषण को वक्‍त पर पूरा करने के लिए अच्छा होगा अगर आप, भाषण के अलग-अलग भागों के लिए समय का सही बँटवारा करें। ज़्यादातर समय भाषण के मुख्य भाग को पेश करने में बिताना चाहिए। क्योंकि उसी भाग में, भाषण के मुख्य मुद्दे होते हैं। भाषण की शुरूआत के लिए उतना समय देना चाहिए जिसमें अध्याय 38 में बताए तीन लक्ष्य हासिल किए जा सकें। भाषण का मुख्य भाग इतना लंबा भी नहीं होना चाहिए कि अध्याय 39 के मुताबिक अच्छी समाप्ति के लिए समय कम पड़ जाए।

भाषण देते वक्‍त, अगर आप वक्‍त का पूरा ध्यान रखें, तो नतीजा यह होगा कि आप बेहतरीन ढंग से भाषण दे पाएँगे, और कार्यक्रम में जिन दूसरे लोगों को भाग सौंपे गए हैं उनके लिए साथ ही पूरी कलीसिया के लिए आदर दिखा सकेंगे।

यह कैसे करें

  • अच्छी तरह और वक्‍त से काफी पहले तैयारी कीजिए।

  • तैयारी के दौरान, अपने भाषण के हर भाग के लिए समय तय कीजिए और उसका पालन कीजिए।

  • अपने भाषण का अभ्यास कीजिए।

अभ्यास: कलीसिया की सभाओं के लिए, इस तरह योजना बनाइए कि आपको और आपके परिवार को तैयार होने के लिए काफी वक्‍त मिले और आप सभा के शुरू होने से 15-20 मिनट पहले हाज़िर हो सकें। सफर के लिए भी वक्‍त निकालिए। उन आम समस्याओं पर गौर कीजिए जिनकी वजह से देर हो सकती है और देखिए कि उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है। अपनी योजना को अमल में लाने की कई बार कोशिश कीजिए और ज़रूरी फेरबदल कीजिए। ये सिद्धांत, भाषण देने के मामले में भी लागू होते हैं।

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