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प्रश्‍न बक्स

◼ कलीसिया की सभाओं के अलग-अलग भाग सही वक्‍त पर खत्म हों, इसके लिए हम किन बातों पर ध्यान दे सकते हैं?

जब हम अपने दोस्तों के साथ अच्छे और हौसला बढ़ानेवाले विषयों पर बात करते हैं तो वक्‍त कैसे गुज़र जाता है, पता ही नहीं चलता। यही वजह है कि क्यों सभाओं में अलग-अलग भागों को दिए गए समय के अंदर पूरा करना एक चुनौती बन सकता है। तो अपने भागों को समय पर पूरा करने के लिए क्या किया जा सकता है?

समय पर शुरू करें। जब पूरी कलीसिया सभा के लिए इकट्ठी होती है, तो कार्यक्रम शुरू करने के एक-दो मिनट पहले सभी को अपनी-अपनी जगह पर बैठ जाने के लिए कहा जा सकता है। इससे सभा को समय पर और सलीके से शुरू करने में मदद मिलेगी। (सभो. 3:1) जब छोटे-छोटे समूहों में सभाएँ रखी जाती हैं, जैसे क्षेत्र-सेवा की सभा तो इन्हें शुरू करने के लिए उन लोगों का इंतज़ार नहीं किया जाना चाहिए जो देर से आते हैं।

अच्छी तैयारी करें। अपने भाग को वक्‍त पर खत्म करने का एक तरीका है, अच्छी तैयारी करना। आपके भाग का मकसद क्या है, इसे अपने दिमाग में अच्छी तरह बिठा लीजिए। मुख्य मुद्दों को पहचानिए और उन पर ज़ोर दीजिए। बारीकियों पर ज़्यादा चर्चा करके विषय से मत भटकिए। अपने भाग को सरल रखिए। अगर इसमें प्रदर्शन या इंटरव्यू हैं, तो पहले से उनकी रिहर्सल कीजिए। और हो सके तो ऊँची आवाज़ में अपने भाग का अभ्यास करते वक्‍त, यह देखने की कोशिश कीजिए कि इसमें कितना समय लगता है।

जानकारी को अलग-अलग हिस्सों में बाँट लें। आप चाहे भाषण दे रहे हों, या श्रोताओं के साथ चर्चा कर रहे हों, अगर आप अपनी जानकारी को अलग-अलग हिस्सों में बाँटेंगे, तो इससे आपको काफी मदद मिलेगी। तय कीजिए कि आप हर हिस्से में कितना वक्‍त लेंगे और उसे अपने नोट्‌स के हाशिए या मार्जिन में लिख लीजिए। फिर अपना भाग पेश करते वक्‍त, नोट्‌स में लिखे समय पर नज़र रखिए। श्रोताओं के साथ चर्चा करते वक्‍त, शुरू में ही ज़्यादा जवाब पाने की कोशिश मत कीजिए, वरना बाद की अहम जानकारी पर आपको जल्दबाज़ी में चर्चा करनी होगी। प्रहरीदुर्ग अध्ययन लेनेवाले भाई को लेख के आखिर में दिए बक्स पर चर्चा करने के लिए भी काफी वक्‍त रखना चाहिए। इसके अलावा, उसे ध्यान रखना चाहिए कि वह गीत और प्रार्थना के लिए रखे समय का इस्तेमाल न करे।

समय पर खत्म करें। सेवा सभा जैसी सभाओं में अगर एक-से-ज़्यादा भाग हैं, तो हर वक्‍ता को ध्यान देने की ज़रूरत है कि वह अपना भाग समय पर शुरू और खत्म करे। अगर सभा कुछ देरी से चल रही है, तो क्या किया जा सकता है? ऐसे में, एक या ज़्यादा भाई अपना भाग छोटा कर सकते हैं और बारीकियों को छोड़ सिर्फ मुख्य मुद्दों पर बात कर सकते हैं। ऐसा करने की काबिलीयत रखना, एक हुनरमंद शिक्षक की पहचान है।

श्रोताओं के तौर पर हम भी सभा चलानेवाले भाइयों की मदद कर सकते हैं। ऐसा हम चंद शब्दों में और असली मुद्दे से जुड़े जवाब देने के ज़रिए कर सकते हैं। इस तरह सभाओं को “सभ्यता और क्रमानुसार” चलाने में हम सभी का हाथ होगा।—1 कुरि. 14:40.

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