सुसमाचार की भेंट—पत्रिकाओं के साथ ऐसे क्षेत्र में जहाँ प्रचार बारंबार किया जाता हो
प्रेरितों ८:२५ में हम पढ़ते हैं कि पतरस और यूहन्ना ने सामरिया में एक पूर्ण गवाही दी और फिर “अनेक गाँवों में सुसमाचार” सुनाते गए। आज हमें भी हमारी मण्डली को नियत किए गए क्षेत्र में कार्य करने में अध्यवसायी होना चाहिए ताकि एक पूर्ण गवाही दी जाती है।
२ प्रचारकों में एक तेज़ वृद्धि होने के साथ साथ अनेक मण्डलियाँ अब अपना क्षेत्र काफ़ी बारंबारिता से पूरा कर रहे हैं। जबकि क्षेत्रों में बारंबार काम करने के बारे में हमारी प्रतिक्रिया शायद नकारात्मक होगी, ऐसा नहीं होना चाहिए। द वॉचटावर (प्रहरीदुर्ग) और अवेक! के हर अंक में, हमेशा नए और रोचक विषय होते हैं, जो हम अपने इलाके में रहनेवाले लोगों को बता सकते हैं। और, चूँकि हम अपना क्षेत्र ज़्यादा बारंबारिता से पूरा कर रहे हैं, हमें हर दरवाज़े पर अतिरिक्त समय बिताने का मौक़ा प्राप्त है।
लोगों से बातचीत करें
३ बहुत ही संक्षिप्त पत्रिका प्रस्तुतियाँ इस्तेमाल की जा चुकी हैं ताकि हम अपना सारा क्षेत्र पूरा कर सकें और पत्रिकाओं का व्यापक वितरण करें। परन्तु, ऐसे क्षेत्र में, जहाँ प्रचार बारंबार किया जाता हो, प्रचारक ख़ास तौर से भली-भाँति करेंगे अगर वे गृहस्थों के साथ बातचीत करने के लिए समय लें। जवान बच्चें भी ऐसी बातों का विस्तार दे सकते हैं जो उन्हें किसी लेख में रोचक लगीं। यह किस तरह पूरा किया जा सकता है? पत्रिकाओं में दिए गए लेखों से अच्छी तरह से परिचित होना अत्यावश्यक है। इस से समय और पूर्वविचार आवश्यक होता है। पत्रिका पढ़ते वक़्त, यह निश्चित करें कि आपके क्षेत्र में रहनेवालों को क्या आकर्षित करेगा। फिर, सेवा में जाने से पहले, पत्रिकाओं को फिर से देखें और उन विषयों को चुनें, जिन को आप विशिष्ट करेंगे। कुछ ऐसे लेखों के बारे में सोचें जो आप विशिष्ट करेंगे जब घरों में आप विभिन्न परिस्थितियाँ पाएँगे। किसी पत्रिका से एक बढ़िया विषय को आपकी प्रस्तावना के केंद्र-बिन्दु के तौर से इस्तेमाल करें। एक मैत्रीपूर्ण बातचीत के ज़रिए गृहस्थ की विचारणा को निकलवाइए और पत्रिकाओं को पेश करते वक़्त सकारात्मक रहें।
हमारे उद्देश्य को ध्यान में रखें
४ घर घर जाने में हमारा उद्देश्य यह देखना नहीं है कि हम कितनी पत्रिकाएँ या किताबें वितरित कर सकते हैं। हमारी इच्छा सच्चाई का यथार्थ ज्ञान प्राप्त करने में दूसरों की मदद करना है। पतरस और यूहन्ना ने यहोवा का वचन सामरियों को एक पूर्ण ढंग से बताया, और हम आवश्यक समय बिताने को तैयार हैं, यह निश्चित करने के लिए कि हमारे क्षेत्र के लोगों को सच्चाई की ओर अनुकूल प्रतिक्रिया दिखाने का मौक़ा दिया जाता है।
५ हमारी बातचीतों के लिए पत्रिकाओं को एक आधार के रूप में प्रभावकारी रूप से इस्तेमाल करने के द्वारा, हम यह उद्देश्य पूरा कर सकते हैं। हमें अपने आप और दूसरों के लिए प्रार्थना करनी चाहिए कि हमें ‘बोलने की क्षमता” दी जाए “कि . . . निडरता से सुसमाचार का भेद बता” सकें।—इफि. ६:१८-२०.