जून में प्रहरीदुर्ग पेश करना
प्रहरीदुर्ग का उद्देश्य हर अंक में पृष्ठ २ के ऊपरी हिस्से में संक्षेप में बताया गया है। बड़ी तादाद में लोगों को मदद करने के लिए हम उस घोषित उद्देश्य के अनुरूप क्या कर सकते हैं? जून के दौरान, हम राज्य संदेश में दिलचस्पी दिखानेवालों को नियमित तौर पर प्रहरीदुर्ग पढ़ने के लिए प्रोत्साहन देने का ख़ास प्रयास करेंगे।
२ अपने आप को ईसाई कहनेवाले से हम कह सकते हैं:
▪“हम अपने पड़ोसियों से एक सवाल पूछ रहे हैं और उस पर आपकी टिप्पणी का मूल्यांकन करेंगे। चूँकि यीशु ने हमें परमेश्वर का राज्य आने और उसकी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है वैसे पृथ्वी पर भी होने के लिए प्रार्थना करना सिखाया, आपके अनुमान के अनुसार क्या परमेश्वर की इच्छा असल में इस पृथ्वी पर होनेवाली है?” जवाब के लिए समय दें, और फिर यशायाह ५५:१०, ११ को दिखाते हुए गृहस्थ को इस बात पर ग़ौर करने का आमंत्रण दें कि कैसे परमेश्वर की प्रतिज्ञाएँ पूरी होंगी।—rs, पृष्ठ १२, “राज्य” के अंतर्गत दूसरी प्रस्तावना.
३ अगर गृहस्थ दिलचस्पी दिखाता है, आप आगे कह सकते हैं:
▪“प्रहरीदुर्ग पत्रिका का एक उद्देश्य बाइबल भविष्यवाणी की पूर्ति पर ध्यान आकर्षित करना है। इस लेख को देखिए।” फिर द वॉचटावर के मई १ अंक के पहले लेख “१९१४—वह साल जिसने संसार को धक्का दिया” पर ध्यान आकर्षित करके कह सकते हैं: “आप जानना चाहेंगे, ‘क्यों १९१४ में दिलचस्पी रखना है?’ द वॉचटावर और १९१४ के बारे में परिच्छेद २ क्या कहता है, यह देखें।” फिर उस परिच्छेद को पढ़िए।
४ अगर आप ज़्यादा समय तक विचार-विमर्श करना चाहते हैं, इसी प्रस्तुतीकरण को विस्तारित किया जा सकता है ताकि प्रकाशितवाक्य २१:३-५ का वचन भी सम्मिलित हो, जैसे रीज़निंग किताब में बताया गया है।
इस मामले में, यशायाह ५५:१०, ११ पढ़ने के बाद, आप कह सकते हैं:
▪“पृथ्वी के लिए परमेश्वर की इच्छा संबंधी एक बहुत बढ़िया भविष्यवाणी जल्द ही पूरी होगी। यह आपके और मेरे जीवन को प्रभावित करेगी। प्रकाशितवाक्य २१:३-५ में लिखी बातों को ज़रा सुनिए।” फिर आप वचन पढ़कर परमेश्वर के राज्य शासन के अंतर्गत आनेवाली आशिषों पर विचार-विमर्श कर सकते हैं। यह बतलाएँ कि कैसे प्रहरीदुर्ग परमेश्वर के राज्य शासन की घोषणा करती है।
आप कह सकते हैं:
▪“मई १ अंक “‘संकट के समय’ से कौन बचेगा?” लेख प्रस्तुत करता है। यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि कैसे हम परमेश्वर के उस राज्य के अंतर्गत धर्मी नए संसार में जी सकते हैं, जिसके बारे में हम प्रकाशितवाक्य २१ में पढ़ते हैं।”
५ जब आप प्रांतीय भाषाओं में वॉचटावर इस्तेमाल कर रहे हैं, आप कह सकते हैं: “समय-समय पर हम सब बीमार होते हैं। क्या ज़िंदगी हमेशा ऐसी ही रहेगी?” (गृहस्थ को अपनी राय व्यक्त करने दें) फिर कहिए: “जल्द ही कोई बीमारी या मृत्यु नहीं रहेगी!” पत्रिका के मुखपृष्ठ पर तस्वीर प्रदर्शित करें। “क्या आप विश्वास करते हैं कि यह सच होगा?” (उसके जवाब के लिए रुकिए) तस्वीर को थोड़ी देर तक समझाने के बाद, उस लेख के आख़री परिच्छेद से संबंध जोड़ें। अभिदान पेश करें।
६ बाइबल अध्ययन की तरफ़ प्रहरीदुर्ग को साधन के जैसे उपयोग करें: दूसरों को सच्चाई सीखने में मदद देना हमारा लक्ष्य है ताकि वे भी यहोवा के सहकर्मी बन सकें और यहोवा के राज्य की घोषणा करने में हिस्सा ले सकें। तो फिर, जब हम दिलचस्पी रखनेवाले लोगों को पाते हैं, हम इस बारे में नोट करके जल्द ही वापस जाना चाहेंगे।
७ जैसे हम प्रहरीदुर्ग के सहारे दूसरों को सच्चाई देते हैं, हम हमेशा यहोवा का निर्देशन खोजते रहें ताकि हम भेड़-जैसे लोगों को पाकर उन्हें खिला सकें।—यूहन्ना २१:१५-१७.