सर्वश्रेष्ठ मनुष्य पुस्तक से बाइबल अध्ययन शुरू कीजिए
एक गृह बाइबल अध्ययन करना आप और गृहस्वामी दोनों के लिए आनन्ददायक और लाभप्रद होगा। बाइबल के ज्ञान को दूसरों के साथ बाँटने के आनन्द की कोई तुलना नहीं है।—नीति. ११:२५.
२ अंतिम दिनों का चिह्न: अगर आपने उपरोक्त लेख में दी गई सलाह को इस्तेमाल करके क्या यह संसार बचेगा? ट्रैक्ट से चर्चा शुरू की है, तो सर्वश्रेष्ठ मनुष्य पुस्तक के अध्याय १११ को इस्तेमाल करते हुए अब आप बाइबल अध्ययन कैसे शुरू कर सकते हैं? पुस्तक का अध्याय १११ खोलिए, और पहले तीन अनुच्छेद पढ़िए। फिर आप अध्याय के आख़िर में दिए गए पहले सवाल को पूछ सकते हैं: “क्या प्रेरितों के सवाल को सुझाता है, लेकिन स्पष्टतया उनके मनों में और क्या है?” गृहस्वामी को उत्तर में तर्क करने की सहायता कीजिए, और सिखाने के लिए चित्र को इस्तेमाल कीजिए। अनुच्छेद चार से छः पढ़ने के बाद, दूसरा सवाल पूछिए: “सा. यु. ७० में यीशु की भविष्यवाणी का कौनसा हिस्सा पूरा होता है, लेकिन तब क्या घटित नहीं होता है?” अगर गृहस्वामी दिलचस्पी प्रकट करता है और उसके पास समय है, तो चर्चा जारी रखिए।
३ अगर ऐसा लगता है कि कोई और समय गृहस्वामी के लिए ज़्यादा उचित होगा, तो आप पूछ सकते हैं: “इस रीति व्यवस्था का अंत कब होगा क्या आप इसके बारे में अधिक जानना चाहेंगे?” तब आप सवाल का जवाब देने के लिए दुबारा लौटने का प्रबंध कर सकते हैं।
४ क्या एक शांतिपूर्ण दुनिया संभव है? अगर आपने शांतिपूर्ण नए संसार में जीवन ट्रैक्ट को सर्वश्रेष्ठ मनुष्य पुस्तक तक ले जाने के लिए इस्तेमाल किया है, तो बाइबल अध्ययन शुरू करने में अध्याय १३३ कैसे सहायक हो सकता है?
दूसरा पतरस ३:१३ पढ़ने के बाद, आप ट्रैक्ट के पृष्ठ ३ पर दिए गए दूसरे अनुच्छेद को पढ़कर या सारांश बताकर कह सकते हैं:
▪“परमेश्वर का पुत्र, यीशु मसीह, यहोवा के राज्य का राजा होगा। ध्यान दीजिए कि कैसे वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा पुस्तक यीशु का विवरण देती है और यह जानकारी देती है कि भविष्य में वह क्या कार्य पूरा करेगा।” तब पूरा अध्याय पढ़िए। गृहस्वामी से अध्याय के अंत में दिया गया पहला सवाल पूछिए: “‘अरमगिदोन के उत्तरजीवी और उनके संतानों का क्या ख़ुश ख़ास अनुग्रह होगा?’ [उत्तर देने दीजिए। इसी तरह अन्य सवालों पर भी चर्चा की जा सकती है.] क्या आप उस नई पृथ्वी का भाग होना पसंद करेगें जिस पर राजा के तौर पर यीशु शासन करेगा? यह आपका अनुभव कैसे हो सकता है, इसे बाइबल से समझने में आपकी मदद करने के लिए मैं हर सप्ताह अवसर लेना चाहूँगा।”
५ कुछ व्यक्ति शायद इस भेंट पर ही यीशु मसीह के बारे में अतिरिक्त चर्चा करने में दिलचस्पी रखें।
आप कह सकते हैं:
▪ “चार सुसमाचार वृत्तांतों में जिस तरह यीशु के पार्थिव जीवन को प्रस्तुत किया गया है उसे इस पुस्तक में पेश करने की कोशिश की गई है। क्या पृथ्वी पर यीशु के जीवन के बारे में आप ज़्यादा जानना पसंद करेंगे?” अगर गृहस्वामी सहमत है, तो शायद आप अध्याय १५ में दिये गये यीशु के पहले चमत्कार की चर्चा करना चाहें।
६ अभी भी अनेक सत्हृदय लोग हैं जिन्हें धार्मिकता के लिए प्रेम है और उन समस्याओं का हल ढूंढ़ रहे हैं जिनका वे सामना करते हैं। सचमुच, बाइबल अध्ययन के द्वारा यीशु मसीह की शिक्षाओं को बाँटने की पेशकश एक अति लाभप्रद प्रयास है।