अपने पड़ोसी को सच्चाई बताइए
दो सबसे बड़ी आज्ञाओं में से एक है: “तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख।” (मत्ती २२:३९) ऐसा प्रेम हमें प्रेरित करेगा कि जो सबसे बढ़िया चीज़ हमारे पास है—वह सच्चाई जो हमने परमेश्वर के वचन में पायी है—उसे हम अपने पड़ोसियों के साथ बाँटें। चूँकि प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ बाइबल के सच्चाई के सन्देश को फैलाती हैं, मई के महीने के दौरान इन पत्रिकाओं के लिए अभिदान पेश करना एक तरीक़ा है जिससे हम ‘अपने पड़ोसी से सच्चाई बोलते’ हैं।—इफि. ४:२५.
२ अप्रैल २२ “सजग होइए!” (अंग्रेज़ी) को तब तक पेश करना है जब तक आपकी सप्लाई ख़त्म नहीं हो जाती। आप शायद यह पूछने के द्वारा अपनी प्रस्तुति की शुरूआत करें:
▪“युद्ध बिना एक संसार के प्रति आपकी क्या अनुक्रिया है? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] क्या आप जानते थे कि संसार के धर्म वास्तव में युद्ध और हत्या को बढ़ावा देते हैं? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] इसकी ठीक विषमता में, ध्यान दीजिए कि परमेश्वर के सच्चे उपासक जो करेंगे, उसके बारे में बाइबल क्या कहती है।” पत्रिका के पृष्ठ ४ की शुरूआत से यशायाह २:२-४ पढ़िए, और फिर पृष्ठ १० पर “शान्ति के प्रेमियों को बुलावा” उपशीर्षक के नीचे के पहले अनुच्छेद को पढ़िए। फिर, पूछिए: “क्या आप जानते हैं कि परमेश्वर इसे कैसे करेगा? जवाब इस पत्रिका में पाया जाता है।” अभिदान पेश कीजिए; यदि इसे इनकार किया जाता है, तो पत्रिकाओं की एकल प्रतियाँ पेश कीजिए।
३ अभिदान पेश करने के लिए मई १५ की “प्रहरीदुर्ग” को पेश करते वक़्त, हाल की किसी समाचार घटना का उल्लेख करने की कोशिश कीजिए जो लोगों के असुरक्षित महसूस करने का कारण रही हो, और फिर पूछिए:
▪“आपके विचार से हमें इस जीवन में वास्तव में सुरक्षित महसूस करवाने के लिए किस चीज़ की ज़रूरत है? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] पूरी ईमानदारी से कहें तो, क्या मनुष्यजाति द्वारा सामना की जा रही समस्याओं को हल करने के लिए मनुष्यों पर भरोसा रखना वास्तविक है? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए; फिर भजन १४६:३ पढ़िए।] इसके बाद भजनहार हमें भविष्य के बारे में आशावादी होने का कारण देता है। [भजन १४६:५, ६ पढ़िए।] यह लेख, ‘सच्ची सुरक्षा, अभी और सर्वदा,’ समझाता है कि पृथ्वी पर बेहतर परिस्थितियाँ लाने के लिए हम यहोवा परमेश्वर पर क्यों भरोसा रख सकते हैं।” अभिदान पेश कीजिए और यह चर्चा करने के लिए लौटने का प्रस्ताव रखिए कि अभी सुरक्षित जीवन का आनन्द लेना कैसे संभव है।
४ बेरोज़गारी की समस्या की व्यापक चिन्ता पर विचार करते हुए, शायद मई २२ की “सजग होइए!” (अंग्रेज़ी) के पीछे दिए गए “जो उसने ढूँढा वह थी ईमानदारी,” अनुभव का सुस्वागत हो। आप यह पूछने के द्वारा इसे पेश कर सकते हैं:
▪“आज के स्पर्धात्मक रोज़गार बाज़ार में, आपके विचार से नियोक्ता जिन लोगों को वे नौकरी पर रखते हैं, उनमें कौन-से गुण देखते हैं? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] चाहे हम नियोक्ता हों, कर्मचारी हों, या नौकरी ढूँढनेवाले कोई व्यक्ति हों, हम निश्चय ही कार्यस्थल में ईमानदारी की ज़रूरत की क़दर करते हैं। यह अनुभव प्रोत्साहक रूप से दिखाता है कि ईमानदार कार्यकर्ता के लिए क्या परिणित हो सकता है।” अभिदान पेश कीजिए, फिर कहिए: “अगली भेंट में, मैं आपको एक और बाइबल सिद्धान्त दिखाना चाहूँगा जो, जब लागू किया जाता है तो, इन अनिश्चित समयों में हमारी नौकरियों को बनाए रखने में मदद कर सकता है।”
५ यदि आप एक संक्षिप्त प्रस्तुति पसन्द करते हैं, तो आप शायद इसे आज़मा कर देखें:
▪“अनेक लोग महसूस करते हैं कि आज की अधिकांश प्रचलित पत्रिकाएँ बहुत ज़्यादा वाणिज्यवाद, सेक्स, या हिंसा को विशिष्ट करती हैं। [प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! दिखाइए।] हम इन हितकर पत्रिकाओं को वितरित कर रहे हैं, जो बाइबल पर आधारित हैं। ये बहुत शिक्षाप्रद हैं और हमें परमेश्वर की उपासना करना, अपने पड़ोसियों से प्रेम करना, और खरा आचरण बनाए रखना सिखाती हैं। यदि आप इस प्रकार की पाठ्य-सामग्री पसन्द करते हैं, तो मैं जानता हूँ कि आप इन अंकों में जो पाएँगे उसका आनन्द उठाएँगे।”
६ यदि हम अपने पड़ोसियों को सच्चाई बताने में उत्साही हैं, तो हम अनेक लोगों को बहुत ज़्यादा आनन्द लाने में समर्थ हो सकते हैं।—प्रेरि. ८:४, ८.