परिवार के मुखियाओ—आध्यात्मिक कामों की एक अच्छी समय-सारणी पर चलिए
दानिय्येल बरसों तक बाबुल में रहा, जहाँ चारों तरफ मूर्तिपूजा और भ्रष्टाचार था। मगर इसके बावजूद सभी लोग जानते थे कि दानिय्येल यहोवा की “नित्य उपासना” करता है। (दानि. 6:16, 20) वह कैसे आध्यात्मिक रूप से मज़बूत बना रहा? बाइबल से पता चलता है कि उसने सच्ची उपासना से जुड़े कामों को करने के लिए एक अच्छी समय-सारणी बनायी थी। उदाहरण के लिए, दानिय्येल हर रोज़, दिन में तीन बार अपने घर की उपरौठी कोठरी में जाकर प्रार्थना करता था। (दानि. 6:10) बेशक, उसने व्यवस्था को पढ़ने जैसे दूसरे आध्यात्मिक कामों की एक आदत बना ली थी। इसलिए जब दानिय्येल के सामने एक ऐसी परीक्षा आयी जहाँ उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ता तब भी वह यहोवा को अपनी भक्ति दिखाने में ज़रा-भी नहीं डगमगाया। और उसे एक चमत्कार के ज़रिए बचाया गया।—दानि. 6:4-22.
2 उसी तरह आज हमें भी ‘लगातार जागते रहने’ में पूरी कोशिश करनी चाहिए। (इफि. 6:18) हम जिस संसार में जीते हैं वह “दुष्ट के वश में पड़ा है।” (1 यूह. 5:19) इसलिए कभी-भी अचानक से हमारे सामने विरोध और परीक्षाएँ आ सकती हैं और हमारे विश्वास की आज़माइश हो सकती है। भारी क्लेश के वक्त परमेश्वर के लोगों को खास निशाना बनाया जाएगा क्योंकि मागोग देश का गोग, उन पर चौ-तरफा हमला करेगा। और तब शायद ऐसा लगे मानो हमारा बचना नामुमकिन है। उस वक्त हमें परमेश्वर पर पूरा भरोसा रखने की ज़रूरत पड़ेगी।—यहे. 38:14-16.
3 “एक अहम बात है, परिवार के साथ बाइबल की पढ़ाई, अध्ययन और चर्चा को जीवन का एक हिस्सा बनाना जिससे परिवार को फायदा पहुँचे।” यह बात, सन् 1998 के ज़िला अधिवेशन के ड्रामा, “परिवारो—बाइबल रोज़ पढ़ना अपने जीवन का हिस्सा बनाइए!” की शुरूआत में कही गयी थी। इसमें आगे बताया गया है “जब परिवार हमेशा ऐसा करते हैं, और इस तरीके से करते हैं जिससे बाइबल बिलकुल जीती-जागती बन जाए, तो बाइबल पर आधारित इस रूटीन का परिवार पर बहुत ही गहरा असर पड़ सकता है। इससे हमारी मालूमात बढ़ती है। ये हमारे विश्वास को मज़बूत करता है। और ये हमारे सामने आदर्श रखता है—पुराने ज़माने के निहायत ही वफादार आदमियों और औरतों का आदर्श —जो हमें प्रेरित कर सकते हैं, और सच्चाई की खातिर डटे रहने के लिए हमें उकसा सकते हैं।” आध्यात्मिक कामों की एक अच्छी समय-सारणी में क्या-क्या शामिल है, अब जब हम इस बात पर चर्चा करेंगे तो मुखियाओं को चाहिए कि वे ऐसे एक-दो तरीकों पर ध्यान दें जिनका इस्तेमाल करके वे अपने परिवार के आध्यात्मिक कार्यक्रम में तरक्की कर सकते हैं।
4 रोज़ाना परमेश्वर के वचन को पढ़िए: “जब सिर्फ यहोवा की हुकूमत होगी और जैसे स्वर्ग में उसकी इच्छा होती है, इस पृथ्वी पर भी होगी, तब न तो कोई इंसान ना ही कोई जानवर किसी को ‘कोई दु:ख देगा और न हानि करेगा।’ (यशा. 11:9; मत्ती 6:9, 10)” ये शब्द, रोज़ाना बाइबल वचनों पर ध्यान दीजिए—सन् 2001 के सितंबर 11 की टिप्पणी में आए थे। इस बात के याद दिलाए जाने से कितनी तसल्ली मिलती है! परिवार के एक मुखिया के तौर पर, क्या अपने परिवार के साथ हर दिन बाइबल का वचन और उसकी टिप्पणी पढ़ना आपकी आदत है? इससे बहुत फायदा होता है। अगर सुबह के वक्त यह करना मुमकिन नहीं है तो आप इसे बाद में कर सकते हैं। एक पिता ने कहा: “दैनिक बाइबल पाठ की चर्चा करने के लिए शाम के खाने का समय हमारे लिए अच्छा समय रहा है।”
5 अगर एक परिवार के तौर पर पहले से दैनिक पाठ से चर्चा करने की आपके पास एक अच्छी समय-सारणी है तो वाकई आपकी सराहना की जानी चाहिए। लेकिन इसके साथ-साथ अगर आप बाइबल का कोई भाग पढ़ें तो इससे आपके परिवार को और भी लाभ हो सकता है। कुछ लोगों की आदत है कि जिस अध्याय से दिन का वचन लिया गया है वे उस अध्याय को पूरा पढ़ते हैं। बाकी कुछ लोग बाइबल की किसी एक किताब से क्रम में अध्याय पढ़ते हैं। रोज़ाना बाइबल पढ़ने से आपके परिवार के सदस्यों में यहोवा को नाराज़ ना करने का एक सही भय पैदा होगा और उसकी मरज़ी पूरी करने की तमन्ना उनके दिल में और गहरी होगी।
6 परिवार के साथ बाइबल पढ़ने का कार्यक्रम और दैनिक पाठ की चर्चा तब और फायदेमंद साबित होगी जब आप चंद मिनटों के लिए यह चर्चा करें कि इस जानकारी को अमल करने के क्या फायदे हैं। सेवा स्कूल किताब के पेज 60 पर यह सुझाव दिया गया है: “आप हफ्ते की बाइबल पढ़ाई में से कुछ आयतें चुनकर अपने बच्चों के साथ उनके मतलब पर चर्चा कर सकते हैं। फिर, उनसे ऐसे सवाल पूछ सकते हैं: ‘इन आयतों से हमने क्या सीखा? हम अपने प्रचार में इनका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? इन आयतों से हमें, यहोवा और उसके काम करने के तरीके के बारे में क्या पता चलता है? और इससे यहोवा के लिए हमारे मन में श्रद्धा कैसे बढ़ती है?’” इस तरह की आध्यात्मिक बातचीत से आपके परिवार में सभी को ‘प्रभु की इच्छा क्या है, ध्यान से समझने’ में मदद मिलेगी।—इफि. 5:17.
7 पारिवारिक अध्ययन: परिवार के मुखिया, लगातार हर हफ्ते परिवार के साथ बाइबल अध्ययन करके बच्चों के मन में यह बेहतर तरीके से बिठा सकते हैं कि आध्यात्मिक बातें ज़िंदगी में पहले आनी चाहिए। एक जवान याद करता है: “कभी-कभी पिताजी काम से इतना थककर आते थे कि उनके लिए जागना बहुत मुश्किल होता था। इसके बावजूद वो अध्ययन चलाते थे, और इस वजह से हमने अध्ययन की अहमियत समझी।” बच्चे भी इस इंतज़ाम को कामयाब बनाने के लिए अपना-अपना भाग अदा कर सकते हैं। एक परिवार जिसमें नौ बच्चे थे, वे सभी पारिवारिक अध्ययन के लिए सुबह पाँच बजे उठते थे क्योंकि अध्ययन के लिए उनके लिए कोई और समय निकालना मुमकिन नहीं था।
8 पारिवारिक अध्ययन से फायदा पाने के लिए परिवार के मुखिया को चाहिए कि वे “अपनी शिक्षा पर विशेष ध्यान दे।” (1 तीमु. 4:16, NHT) सेवा स्कूल किताब का पेज 32 कहता है: “यह कहना बिलकुल सही होगा कि पारिवारिक अध्ययन को फायदेमंद बनाने के लिए आपको सबसे पहले अपने परिवार के सदस्यों का अध्ययन करना होगा यानी उनको अच्छी तरह समझना होगा। क्या आपके परिवार के सदस्य आध्यात्मिक बातों में तरक्की कर रहे हैं? . . . अपने बच्चों के साथ प्रचार करते वक्त, देखिए कि जब वे अपने स्कूल या कॉलेज के साथियों से मिलते हैं, तब क्या वे बिना किसी संकोच के अपने साथियों को बताते हैं कि वे यहोवा के साक्षी हैं? जब आपका परिवार साथ मिलकर बाइबल पढ़ता और अध्ययन करता है, तो क्या सभी इसका आनंद लेते हैं? क्या वे सच्चे दिल से यहोवा के मार्गों पर चल रहे हैं? अगर ऐसी बातों पर आप बारीकी से ध्यान देंगे, तो परिवार के मुखिया होने के नाते आपको पता चलेगा कि आपको हर सदस्य में आध्यात्मिक गुण पैदा करने और उन्हें बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाने होंगे।”
9 कलीसिया की सभाएँ: कलीसिया की सभाओं के लिए तैयारी करना और उनमें हाज़िर होना हमारे हर हफ्ते की समय-सारणी का एक अहम हिस्सा होना चाहिए। (इब्रा. 10:24, 25) कभी-कभी पूरे परिवार के साथ मिलकर कुछ सभाओं की तैयारी करना शायद आपके लिए मुमकिन हो। लेकिन सभा की तैयारी करने में आखिरी मिनट तक इंतज़ार करने के बजाय क्या आप काफी समय पहले से अच्छी तैयारी करने का इंतज़ाम कर सकते हैं? इस मामले में एक अच्छी समय-सारणी बनाने से ना सिर्फ आपकी तैयारी बेहतर होगी बल्कि सभाओं से मिलनेवाले फायदे भी बढ़ जाएँगे।—नीति. 21:5.
10 आध्यात्मिक कामों की एक असरदार समय-सारणी की दो खासियतें हैं, अच्छी तैयारी करना और नियमित तौर पर उसे करते रहना। अगर हालात की वजह से आपके लिए हर सभा की तैयारी करना मुश्किल है, तो आप क्या कर सकते हैं? सेवा स्कूल किताब के पेज 31 पर यह सुझाव दिया गया है: “ऐसे में, तैयारी के नाम पर सारी जानकारी फटाफट पढ़कर खत्म करने की गलती मत कीजिए। और यह सोचकर कि सभी भागों की तैयारी करना आपके लिए मुमकिन नहीं है, ऐसा भी न हो कि आप किसी भी सभा के लिए बिलकुल भी तैयारी न करें। इसलिए तय कीजिए कि आप किन-किन भागों की तैयारी कर सकते हैं और फिर उनका अच्छी तरह अध्ययन कीजिए। हर हफ्ते ऐसा करने की आदत डालिए। वक्त के गुज़रते, दूसरी सभाओं की तैयारी को भी अपने इस अध्ययन में शामिल करने की कोशिश कीजिए।”
11 जब परिवार के सदस्य सभाओं में जल्दी पहुँचते हैं तो उनका मन यहोवा की स्तुति करने और उसकी शिक्षा से फायदा पाने के लिए तैयार होता है। क्या सभाओं में जल्दी पहुँचना आपके परिवार की आदत है? इसके लिए अच्छी योजना और घर में एक-दूसरे को सहयोग देने की ज़रूरत है। अगर आपको लगता है कि आपका परिवार अकसर सभावाले दिन कुछ हड़बड़ाहट में रहता है या तनाव महसूस करता है, तो क्या आपकी समय-सारणी में कुछ फेरबदल करने की ज़रूरत है? क्या कुछ कामों को पहले निपटाया नहीं जा सकता? अगर परिवार में किसी एक सदस्य पर काम का बोझ ज़्यादा है तो क्या दूसरे उसकी मदद कर सकते हैं? परिवार के सदस्य अकसर जिस समय सभाओं के लिए घर से निकलते हैं, अगर वे सभी उससे थोड़ा पहले निकलेंगे तो क्या इससे तनाव कम होगा? अच्छी योजना से परिवार और साथ ही कलीसिया में शांति बनी रहती है।—1 कुरि. 14:33, 40.
12 प्रचार में: प्रचार में हिस्सा लेने के लिए एक निश्चित समय अलग रखना भी आध्यात्मिक बातों की एक अच्छी समय-सारणी में शामिल है। जॆसन नाम का एक जवान याद करता है: “मेरे परिवार के सभी लोग हर शनिवार की सुबह सेवकाई में जाते थे। यह मेरे लिए बहुत मददगार साबित हुआ क्योंकि जितना ज़्यादा मैं सेवकाई में हिस्सा लेता हूँ, उतना ही मैं देख पाता हूँ कि मेरी सेवकाई से क्या फल मिल रहा है और इस वजह से सेवकाई में मेरी खुशी बढ़ती जाती है।” साक्षी परिवारों में पले-बढ़े कई जवानों का भी यही कहना है कि हर हफ्ते प्रचार के लिए एक समय तय करने से उन्हें मसीही सेवकों की हैसियत से तरक्की करने में मदद मिली है।
13 अच्छी समय-सारणी का एक और फायदा यह है कि आपका परिवार प्रचार में बिताए समय से ज़्यादा आनंद ले पाएगा और उन्हें अच्छे नतीजे मिलेंगे। यह कैसे किया जा सकता है? जुलाई 1, 1999 की प्रहरीदुर्ग के पेज 21 में यह सुझाव दिया गया था: “क्या आप कभी-कभी अपनी फैमिली स्टडी के वक्त अपने परिवार के सदस्यों की मदद करते हैं ताकि वे उस हफ्ते प्रचार में जाने के लिए तैयार हो सकें? ऐसा करना बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। (2 तीमुथियुस 2:15) इससे उनकी सेवकाई और असरदार बन सकती है, जिससे उन्हें अच्छे नतीजे भी मिल सकते हैं। कभी-कभी आप फैमिली स्टडी के वक्त ही प्रचार की तैयारी कर सकते हैं। कई बार आप फैमिली स्टडी खत्म होने के बाद कुछ समय के लिए या हफ्ते में किसी और समय प्रचार कार्य के कुछ पहलुओं पर थोड़ी देर चर्चा कर सकते हैं।” क्या आपके परिवार ने ऐसा करने की कोशिश की है?
14 तरक्की करते जाइए: इस चर्चा से क्या आपने गौर किया है कि आपका परिवार किन क्षेत्रों में अच्छा कर रहा है? इसके लिए अपने परिवार के सदस्यों को शाबाशी दीजिए और उन क्षेत्रों में तरक्की करने की कोशिश कीजिए। अगर आप देखते हैं कि कई क्षेत्रों में सुधार की ज़रूरत है तो एक-दो क्षेत्रों को चुनिए और पहले उन पर सुधार कीजिए। जब आप अपनी आध्यात्मिक समय-सारणी में इन क्षेत्रों को शामिल करने लगते हैं तो बाकी के क्षेत्रों में से एक या उससे ज़्यादा क्षेत्र में सुधार कीजिए। एक सही नज़रिया बनाए रखिए और हद-से-ज़्यादा की उम्मीद मत कीजिए। (फिलि. 4:4, 5) परिवार के लिए आध्यात्मिक बातों की एक अच्छी समय-सारणी बनाने में कड़ी मेहनत लगती है। लेकिन यह मेहनत व्यर्थ नहीं है क्योंकि यहोवा हमें भरोसा दिलाता है: ‘जो नियमानुसार चलता है उसको मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊंगा!’—भज. 50:23, NW.