बाइबल अध्ययन में—पूरी तरह हिस्सा लेने के लिए परिवार के सदस्य कैसे सहयोग देते हैं
सच्चाई की वज़ह से परिवार में लोगों की ज़िंदगी सही मायनों में सार्थक और उपयोगी होती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि परिवार यहोवा की सेवा में अपने आप सफल हो जाएगा। परिवार को आध्यात्मिक रूप से मज़बूत बनाने के लिए समय लगता है और कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इसके लिए यह बहुत ज़रूरी है कि परिवार के सभी सदस्य कंधे-से-कंधा मिलाकर काम करें। तीन लेखों की श्रृंखला का यह पहला लेख है, जिसमें इस बात पर ज़ोर दिया जाएगा कि बाइबल अध्ययन करने की अच्छी आदत बनाने के लिए परिवार के सदस्य कैसे सहयोग दे सकते हैं।
२ हर रोज़ बाइबल पढ़ने के द्वारा: नीतिवचन २४:५ कहता है कि “ज्ञानी जन अधिक शक्तिमान् होता है।” हर रोज़ परमेश्वर का वचन पढ़ने से एक व्यक्ति को ज्ञान मिलता है जो अंदरूनी शक्ति देता है। और इस शक्ति से वह अपनी आध्यात्मिक सेहत की रक्षा कर सकता है जब शैतान उस पर हमला करता है। (भज. १:१, २) क्या आप हर रोज़ अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर बाइबल पढ़ते हैं? ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल की तालिका, साल भर के लिए हर हफ्ते की “अतिरिक्त बाइबल-पढ़ाई की तालिका” देती है। हर दिन का भाग पढ़ने के लिए परिवार को सिर्फ दस मिनट निकालने की ज़रूरत होगी। शास्त्रवचनों की जाँच करना किताब से दिन के पाठ पर चर्चा करने और बाइबल पढ़ने के लिए आप अपनी सहूलियत के हिसाब से समय तय कीजिए जैसे नाश्ते के वक्त, रात का खाना खाने के बाद या सोने से पहले। इसे अपने परिवार में, रोज़ाना के कामकाज का एक ज़रूरी हिस्सा बनाइए।
३ हर हफ्ते मिलकर अध्ययन करने के द्वारा: परिवार में परिवारिक बाइबल अध्ययन हर हफ्ते का खास अवसर होना चाहिए। इसमें पूरे जोश के साथ भाग लेकर सहयोग देना, परिवार के हर सदस्य का फर्ज़ बनता है। परिवार का मुखिया इस बात में परिवार की ज़रूरतों का ध्यान रखेगा कि अध्ययन के लिए कौन-सा विषय चुनना है, किस दिन, किस समय और कितनी देर तक अध्ययन करना है। हफ्ते भर के सारे काम के मुकाबले पारिवारिक बाइबल अध्ययन को पहले स्थान पर रखिए। कम महत्त्वपूर्ण बातों को इसमें आड़े आने मत दीजिए।—फिलि. १:१०, ११.
४ एक पिता पारिवारिक अध्ययन के दौरान फोन का रिसीवर नीचे रख देता था क्योंकि अकसर उसके काम से संबंधित फोन घर पर आते थे। अगर ग्राहक घर पर आ जाते तो वह उन्हें भी अध्ययन में बैठने के लिए कहता या अध्ययन खत्म होने तक उन्हें इंतज़ार करने के लिए कहता। पिता ने यह तय किया था कि अपने पारिवारिक अध्ययन में वह कोई भी बाधा नहीं आने देगा। इस बात ने उसके बच्चों पर बहुत ही अच्छा असर डाला। जहाँ तक बिज़नस का सवाल था वह बढ़ता गया।
५ कितना अच्छा लगता है जब परिवार के सदस्य आध्यात्मिक कामों में एक दूसरे को सहयोग देते हैं! पारिवारिक बाइबल अध्ययन में पूरी तरह से हिस्सा लेने के लिए अगर हम लगातार कोशिश करें तो यहोवा की आशीष हम पर बरसेगी।—भज. १:३.