सन् 2003 में “परमेश्वर की महिमा करो” यहोवा के साक्षियों का ज़िला अधिवेशन
अपने वफादार भविष्यवक्ता यशायाह के ज़रिए यहोवा ने यह आज्ञा दी: “हे मेरी प्रजा के लोगो, मेरी ओर ध्यान धरो; हे मेरे लोगो, कान लगाकर मेरी सुनो।” (यशा. 51:4) इस अंत के समय में, जो दिन-ब-दिन कठिन होता जा रहा है, क्या हम इस बात से सहमत नहीं कि यहोवा की आज्ञाओं पर ध्यान देना पहले से ज़्यादा ज़रूरी हो गया है? “कान लगाकर” यहोवा की सुनने का एक तरीका है, उपासना के लिए इकट्ठा होने की उसकी आज्ञा मानना। हमारे सालाना ज़िला अधिवेशन से हमें इतना कुछ मिलनेवाला है कि हम उस खास मौके का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं! यहोवा के साक्षियों के शासी निकाय ने भारत में एक बार फिर सन् 2003 में बहुत-से ज़िला अधिवेशन आयोजित करने का इंतज़ाम किया है।
2 भारत में पिछले साल आध्यात्मिक ताज़गी देनेवाले “राज्य के जोशीले प्रचारक” ज़िला अधिवेशन में कुल 33,372 लोग हाज़िर हुए थे। जगह-जगह हुए नौ अधिवेशनों में 807 लोगों ने बपतिस्मे के ज़रिए अपना समर्पण ज़ाहिर किया जो वाकई हम सबके लिए बहुत खुशी का मौका था। अधिवेशन में किए गए सारे इंतज़ामों को देखकर वहाँ आनेवाले लोग बहुत प्रभावित हुए। जिन चार शहरों (कोची, चेन्नई, मुंबई और सिकंदराबाद) में अधिवेशन हुए थे, वहाँ के भाई-बहनों ने देश के कोने-कोने से आए हज़ारों लोगों का प्यार से स्वागत किया। ऐसी बड़ी भीड़ तो कितनों ने अपनी ज़िंदगी में पहली बार देखी थी। इसमें शक नहीं कि सभी ने मनोहर संगति और पौष्टिक आध्यात्मिक भोजन का भरपूर आनंद उठाया। इससे हमें जो हौसला मिला, क्या वह हमें अपना प्यार और भी बढ़ाने, साथ ही भले काम करने का उत्साह नहीं देता? बेशक प्रसन्नता के इस समय में हम, और भी ज़्यादा लोगों की मदद करने के लिए बेहतर रूप से तैयार और प्रेरित हुए हैं ताकि वे भी परमेश्वर की महिमा कर सकें।—2 कुरि. 6:1, 2.
3 अब हम 2003 ज़िला अधिवेशन के लिए नज़रें बिछाए हुए हैं, जब हमें एक बार फिर से अपने अनमोल भाईचारे का अनुभव करने और जैसी एकता यहोवा ने हमें दी है उसके लिए उसे धन्यवाद करने का मौके मिलेगा। हमारे अधिवेशन के लिए जो इंतज़ाम किए जा रहे हैं, उससे पूरी तरह से फायदा उठाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
4 हर रोज़ हाज़िर होइए: विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास वर्ग के ज़रिए दी जानेवाली हिदायतों का पूरा-पूरा लाभ उठाने के लिए हमें यह निश्चित करना होगा कि हम पूरे कार्यक्रम के दौरान हाज़िर रहें। (मत्ती 24:45) अधिवेशन में हर दिन हाज़िर होने के लिए क्या आपको अपने मालिक से छुट्टी माँगने की ज़रूरत पड़ेगी? नहेमायाह ने राजा अर्तक्षत्र से यरूशलेम में जाकर दीवारों की फिर से मरम्मत करने की इजाज़त माँगने से पहले “स्वर्ग के परमेश्वर से प्रार्थना” की। (नहे. 2:4) उसी तरह आपको भी अपने मालिक से अधिवेशन के लिए तीन दिन की छुट्टी माँगने से पहले, यहोवा से हिम्मत के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। लेकिन अगर आपका मालिक छुट्टी देने के लिए फिर भी राज़ी न हो, तब आप क्या कर सकते हैं? उसे यह समझाने से कि अधिवेशन में आप जो हिदायतें पानेवाले हैं, वह आपको अपने काम में और भी ईमानदार, मेहनती और भरोसेमंद बनाएगा, तो शायद वह राज़ी हो जाए। इसके अलावा, जिस परिवार में सभी सदस्य यहोवा के साक्षी नहीं हैं, उन्हें भी अपने अधिवेशन की योजना के बारे में जल्द-से-जल्द बताना अच्छा होगा।
5 ठहरने का नया इंतज़ाम: बड़े ज़िला अधिवेशन में सैकड़ों लोगों के रहने का इंतज़ाम करना, हमेशा ही एक बड़ा काम रहा है। बहुत-से लोग अब होटलों और डॉर्मेटरियों में रहना पसंद करते हैं। अधिवेशन का रूमिंग डिपार्टमेंट, भाइयों के ठहरने के लिए होटलों का खुशी-खुशी इंतज़ाम करता है और कुछ मामलों में तो बहुत ही कम किराए पर। लेकिन अब ज़्यादा-से-ज़्यादा भाई अपने ठहरने का इंतज़ाम खुद करने लगे हैं।
6 “परमेश्वर की महिमा करो” ज़िला अधिवेशन में हाज़िर होनेवाले सबको रहने की जगह पाने में मदद देने, साथ ही ठहरने के पूरे इंतज़ाम को सरल बनाने के लिए इस साल शाखा दफ्तर ने एक नया कदम उठाने का फैसला किया है। हमने फैसला किया है कि रूमिंग डिपार्टमेंट किसी भी होटल में पहले से बुकिंग नहीं करेगा। इसके बजाय, वह होटलों की सूची और उनका किराया बताएगा ताकि जो उनमें से किसी भी होटल में ठहरना चाहते हैं, वे खुद ही होटलवालों से बातचीत करके अपना इंतज़ाम कर लें। यह डॉर्मेटरी में रहनेवालों के लिए लागू नहीं है। वे अभी-भी अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट के ज़रिए बुकिंग करा सकते हैं।
7 डॉर्मेटरी: ज़्यादातर समय ऐसा होता है कि कलीसियाओं को होटलों की सूची भेजने के एकाध महीने बाद डॉर्मेटरी के बारे में भी जानकारी दी जाती है। जो डॉर्मेटरी में रहना पसंद करते हैं उन्हें उन हिदायतों को मानना ज़रूरी होगा जो अधिवेशन का रूमिंग डिपार्टमेंट कलीसिया को भेजेगा।
8 खास ज़रूरतें: शुरू से ही ज़्यादातर कलीसियाएँ अपने उन लोगों का ख्याल रखती आयी हैं, जिन्हें खास मदद की ज़रूरत होती है। प्राचीन और कलीसिया के दूसरे भाई-बहन जो उनकी स्थिति से वाकिफ होते हैं, वे प्यार से उनकी मदद करते हैं और इसके लिए हम उनकी सराहना करते हैं। मसलन, जो पूरे समय के सेवक हैं या बुज़ुर्ग, बीमार और ज़रूरतमंद हैं, उन्हें वे अपने साथ ले जाने का इंतज़ाम करते हैं। उन्होंने दूसरे तरीकों से भी उनका ख्याल रखा है, जैसे जहाँ ज़रूरत देखी गयी और जहाँ मदद करना उनके बस में था, उन्होंने उनके लिए दूसरे इंतज़ाम किए या फिर रुपए-पैसे की भी मदद की। (याकू. 2:15-17; 1 यूह. 3:18) हमें यकीन है कि इसी तरह आगे भी उनकी प्यार से देखभाल की जाएगी। (यूह. 13:35) लेकिन कुछ ऐसे हैं जो खुद अपनी देखभाल नहीं कर सकते या जिस कलीसिया के वे सदस्य हैं, वह कलीसिया उनकी मदद नहीं कर सकती, तब अधिवेशन का रूमिंग डिपार्टमेंट उनके रहने का इंतज़ाम करने में मदद देगा। वे अपनी कलीसिया के कन्वेन्शन कोऑर्डिनेटर से अपनी परिस्थिति के बारे में बात करके खास ज़रूरत रूम रिक्वेस्ट फॉर्म की माँग कर सकते हैं।
9 जिन्हें खास मदद की ज़रूरत है, सिर्फ वे ही इस फॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्हें यह फॉर्म भरकर कन्वेन्शन कोऑर्डिनेटर को वापस देना चाहिए ताकि वह जाँच कर सके कि फॉर्म सही-सही और पूरी तरह से भरा गया है या नहीं। हालाँकि कन्वेन्शन कोऑर्डिनेटर, अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को यह फॉर्म भेजेगा मगर बाद में रूमिंग डिपार्टमेंट सीधे व्यक्ति से संपर्क करेगा। उस ज़रूरतमंद व्यक्ति की परिस्थिति के मुताबिक उसके ठहरने के लिए किसी भाई-बहन के घर का या होटल का इंतज़ाम किया जाएगा। कृपया यह ध्यान रखिए कि भाई-बहनों के घरों का इंतज़ाम अकसर उनके लिए है जिनकी आर्थिक हालत अच्छी नहीं होती यानी अगर उनके इस तरह से रहने का इंतज़ाम न किया जाए तो उन्हें वाकई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यह इंतज़ाम उनके लिए नहीं है, जो मुफ्त में रहना चाहते हैं या सस्ता रूम चाहते हैं ताकि किसी जगह पर छुट्टी मनाने के लिए वे पैसा बचा सकें या कोई और चीज़ में खर्च कर सकें। इसके अलावा, ऐसे घरों का इस्तेमाल सिर्फ अधिवेशन की अवधि के दौरान ही किया जाना है। यह उम्मीद करना गलत होगा कि भाइयों के घर, अधिवेशन के पहले या उसके बाद कुछ और दिन ठहर जाएँ ताकि वहाँ की खास जगहों की सैर कर सकें। ऐसा करना उनकी मेहमाननवाज़ी का नाजायज़ फायदा उठाना होगा।
10 दूसरे अधिवेशन में जाना: अगर ऐसा होता है कि आप किसी वजह से अपने नियुक्त अधिवेशन में न जाकर दूसरे अधिवेशन में जा रहे हैं और आपको होटल में एक कमरा चाहिए तो इसके लिए कृपया कलीसिया के सेक्रेट्री से बात कीजिए। वह आपको अधिवेशन के मुख्यालयों के पते दे सकता है। उचित पते पर अपनी गुज़ारिश लिखकर भेजिए इसके साथ एक खाली लिफाफा भी भेजिए जिस पर आपका नाम-पता और डाक-टिकट लगा हो। फिर उस शहर का रूमिंग डिपार्टमेंट आपको होटलों की नयी सूची देगा जिसमें उनका किराया भी दिया होगा।
11 लोगों के लिए हम तमाशा हैं: क्या लोग यहोवा के साक्षियों और संसार के लोगों में फर्क देखते हैं? बेशक देखते हैं! मगर कभी-कभी हमें होटलों के मैनेजरों से कुछ शिकायतें सुनने को मिली हैं। वे कहते हैं कि कुछ भाई-बहन एकदम आखिर में अपनी बुकिंग कैंसल करा देते हैं या कुछ मामलों में ऐसी सुविधाओं की माँग करते हैं जो उनके किराए में शामिल नहीं होती। कुछ मैनेजरों ने यह कहा है कि भविष्य में अधिवेशनों के लिए वे यहोवा के साक्षियों को अपने होटल में कमरा नहीं देंगे। इससे यही दिखता है कि हममें से सभी लोगों को यह एहसास नहीं कि लोग हमें गौर से देखते हैं क्योंकि हम अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का प्रतिनिधित्व करते हैं।
12 खुशी की बात है कि अधिकतर होटल के मैनेजरों ने हमारी तारीफ की है। एक शहर में एक मैनेजर ने कहा: “हमारे यहाँ बड़ी-बड़ी सभाओं के लिए बहुत-से लोग आते हैं मगर आप लोग ही सबसे ज़्यादा सहयोग देते हैं और बहुत अदब और कायदे से पेश आते हैं।” “पिछले हफ्ते हमारे साथ एक दूसरा धार्मिक समूह था। लेकिन आपमें और उनमें कितना फर्क है!” “हम जानते हैं कि ज़रूरत पड़ने पर आप बेशक हमारी मदद करेंगे और हमें सहयोग देंगे।” तारीफ के ये बोल क्या हमें इस बात की कदर करने को नहीं उकसाते कि “जो ज्ञान ऊपर से आता है” उसका हमारी शख्सियत पर कितना अच्छा असर पड़ता है? (याकू. 3:17) चूँकि हम “जगत . . . के लिये तमाशा ठहरे हैं” ऐसा हो कि हमारा चालचलन हमेशा हमारे परमेश्वर, यहोवा की महिमा और प्रताप को झलकाए।—1 कुरि. 4:9.
13 “इस संसार का दृश्य बदल रहा है,” इसलिए आध्यात्मिक रूप से जागते रहने में मदद के लिए हमें अपने ज़िला अधिवेशन की ज़रूरत है। (1 कुरि. 7:31, NW) हर रोज़ हाज़िर होने के लिए खास मेहनत करने की ज़रूरत होगी, मगर ये मेहनत बेकार नहीं जाएगी। यहोवा, शैतान के संसार पर जल्द ही न्यायदंड लाएगा तो ऐसे में इस साल का “परमेश्वर की महिमा करो” ज़िला अधिवेशन, हमें दृढ़ खड़े रहने के लिए अच्छी तरह तैयार करेगा। ऐसा हो कि यहोवा ने हमारे लिए जो निर्देश तैयार किए हैं, उनका फायदा उठाने से कोई भी बात हमें रोकने न पाए।—यशा. 51:4, 5.
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कार्यक्रम का समय
शुक्रवार और शनिवार
सुबह 9:30 से शाम 5:00 बजे तक
रविवार
सुबह 9:30 से शाम 4:05 बजे तक