पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
सजग होइए! अप्रै.-जून
“‘बाल वेश्यावृत्ति’ एक ऐसा विषय है जिसके बारे में ज़्यादातर लोग बात करना पसंद नहीं करते। मगर यह समस्या दिन-पर-दिन बढ़ती जा रही है। आपके विचार से यह समस्या कैसे हल हो सकती है? [जवाब के लिए रुकिए।] पवित्र शास्त्र वादा करता है कि परमेश्वर बहुत जल्द बच्चों के साथ होनेवाले इस दुर्व्यवहार का अंत करेगा। [नीतिवचन 2:21, 22 पढ़िए।] यह पत्रिका समझाती है कि इसे कैसे रोका जाएगा।”
प्रहरीदुर्ग मई 15
“आए दिन हम हिंसा की खबरें सुनते हैं। क्या आप सोचते हैं कि ऐसे हालात पहले भी कभी थे? [जवाब के लिए रुकिए।] देखिए बाइबल इस बारे में क्या कहती है। [मत्ती 24:37 पढ़िए।] नूह के दिन इतने बुरे थे कि परमेश्वर ने नूह और उसके परिवार को छोड़ बाकी सबको नाश कर दिया। यह पत्रिका दिखाती है कि कैसे उन दिनों की घटनाएँ आज हमारे लिए मायने रखती हैं।”
सजग होइए! अप्रै.-जून
“हमें चुनाव करने की जो आज़ादी मिली है, क्या आप उसकी कदर करते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] फिर भी, यह ज़रूरी नहीं कि एक व्यक्ति के पास चुनाव करने की आज़ादी होने पर वह सही चुनाव करेगा। क्या कुछ ऐसे सिद्धांत हैं जो हमें बुद्धिमानी से चुनाव करने में मदद कर सकें? [जवाब के बाद, गलतियों 6:7 पढ़िए और पेज 12 दिखाइए।] इसका जवाब आपको इस पत्रिका में मिलेगा।”
प्रहरीदुर्ग जून 1
“दान किए हुए धन के गलत इस्तेमाल की खबरें सुनकर कुछ लोग इस सोच में पड़ गए हैं कि क्या उन्हें संस्थाओं को दान देना चाहिए। फिर भी ऐसे कई ज़रूरतमंद लोग हैं, तो आपको क्या लगता है कि उनकी मदद कैसे की जानी चाहिए? [जवाब के लिए लिए रुकिए। उसके बाद इब्रानियों 13:16 पढ़िए।] यह पत्रिका ऐसे दान के बारे में समझाती है जो परमेश्वर को भाता है।”