पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग फर. 15
“अगर आपसे कहा जाए कि दुनिया पर हुकूमत करने के लिए किसी को चुनिए, तो आप किसे चुनेंगे? [जवाब के लिए रुकिए।] प्रहरीदुर्ग का यह अंक उस मसीहा के सच्चे होने के सबूतों की चर्चा करता है, जिसे परमेश्वर ने इस धरती पर हुकूमत करने के लिए चुना है। इस पत्रिका में यह भी समझाया गया है कि उसकी सरकार इंसानों के लिए क्या-क्या करेगी।” यशायाह 9:6, 7 पढ़िए।
सजग होइए! जन.-मार्च
“दुनिया-भर में ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें भरपेट खाना नहीं मिलता। आपको क्या लगता है, क्या भुखमरी की यह समस्या कभी सुलझ पाएगी? [जवाब के लिए रुकिए, फिर भजन 145:15 पढ़िए और पेज 12 पर दिया लेख दिखाइए।] यह लेख समझाता है कि दुनिया-भर में यह समस्या किस कदर फैली हुई है, और फिर बताता है कि सिरजनहार इसका हल करने के लिए क्या करनेवाला है।”
प्रहरीदुर्ग मार्च 1
“ज़्यादातर लोग मानते हैं कि हमें आपस में प्यार-मुहब्बत से रहना चाहिए, जैसे यीशु ने हमें इस वचन में आज्ञा दी थी। [यूहन्ना 13:34, 35 पढ़िए।] लेकिन हमें ऐसे लोग कहाँ मिल सकते हैं जो यीशु के सिखाए मुताबिक चलते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] यह पत्रिका बताती है कि आज हम सच्चे मसीहियों को कैसे पहचान सकते हैं।”
सजग होइए! जन.-मार्च
“महँगाई के इस ज़माने में, शादी का खर्च उठाना दिन-ब-दिन भारी होता जा रहा है। कुछ लोग शादी का समारोह सादगी से करना चाहते हैं जबकि दूसरे धूम-धाम से मनाना पसंद करते हैं। इस बारे में फैसला लेने में क्या बात एक इंसान की मदद कर सकती है? [जवाब के लिए रुकिए। फिर रोमियों 12:2 पढ़िए।] सजग होइए का यह अंक बाइबल के ऐसे सिद्धांत बताता है जो आपको सोच-समझकर फैसला करने में मदद दे सकते हैं।”