पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग नवं. 1
“शादी के बारे में यहाँ जो बात कही गयी है, उस पर आपकी राय जानने में मुझे बेहद खुशी होगी। [इब्रानियों 13:4 पढ़िए और जवाब के लिए रुकिए।] मुझे उम्मीद है, आप यह ज़रूर जानना चाहेंगे कि क्या करने से शादी सबकी नज़र में आदर की बात समझी जाएगी। [पेज 12 पर दिया लेख दिखाइए।] यह लेख और इसके आगे के लेख बताते हैं कि हमें क्या करना चाहिए ताकि शादी, आदर की बात समझी जाए।”
सजग होइए! अक्टू.-दिसं.
“आज कई लोग सोचते हैं कि क्या परमेश्वर पर विश्वास करना विज्ञान के मुताबिक सही है? आपकी क्या राय है? [जवाब के लिए रुकिए। फिर इब्रानियों 3:4 पढ़िए।] सजग होइए! का यह खास अंक उन सबूतों की जाँच करता है जिनकी वजह से कई वैज्ञानिक परमेश्वर या सिरजनहार पर विश्वास करते हैं।”
प्रहरीदुर्ग दिसं. 1
“पवित्र शास्त्र हमें बताता है कि परमेश्वर हमसे प्यार करता है। [यूहन्ना 3:16 पढ़िए।] मगर हम अपने आपको परमेश्वर के प्रेम में कैसे बनाए रख सकते हैं? [जवाब के लिए रुकिए, फिर पेज 11 पर दिया लेख दिखाइए।] यह लेख बताता है कि हम ज़िंदगी के अलग-अलग पहलुओं में अपने आपको परमेश्वर के प्रेम में कैसे बनाए रख सकते हैं।”
सजग होइए! अक्टू.-दिसं.
“प्राचीन समय में लिखे इस शास्त्रवचन पर आपकी राय जानने में मुझे बेहद खुशी होगी। [इब्रानियों 3:4 पढ़िए और जवाब के लिए रुकिए। फिर पेज 21 पर दिया लेख दिखाइए।] यह लेख समझाता है कि क्यों कुछ जाने-माने वैज्ञानिक सृष्टि पर विश्वास करते हैं।”