पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग जन.-मार्च
“हम इस विषय पर लोगों से बात कर रहे हैं कि कैसे हम अपनी बातों से अपने घरवालों का दिल दुखाने से बच सकते हैं। क्या इस बारे में आप कुछ कारगर सुझाव जानना चाहेंगे? [अगर घर-मालिक ‘हाँ’ कहता है तो उससे पूछिए: इंसान की इस कमज़ोरी के बारे में परमेश्वर क्या कहता है, क्या मैं आपको पढ़कर सुना सकता हूँ? अगर वह राज़ी होता है, तो याकूब 3:2 पढ़िए।] इस लेख में कुछ कारगर सुझाव दिए गए हैं कि हम कैसे अपनी बातों से अपने घरवालों का दिल दुखाने से बच सकते हैं।” पेज 10 पर दिया लेख दिखाइए।
सजग होइए! जन.-मार्च
“आज वीडियो गेम काफी आम हो गए हैं। इनमें से कई गेम, बच्चों पर बुरा असर कर रहे हैं। तो फिर हम उनकी मदद कैसे कर सकते हैं, ताकि वे ऐसे गेम खेलने के खतरे पहचान सकें और उनसे दूर रह सकें? [जवाब के लिए रुकिए।] क्या आप कुछ कारगर सुझाव जानना चाहेंगे? [अगर घर-मालिक राज़ी होता है, तो पेज 21 पर दिया बक्स दिखाइए। और अगर वह इस बारे में आगे बात करने की दिलचस्पी दिखाता है, तो आप उसका ध्यान कुलुस्सियों 3:8 की तरफ खींच सकते हैं।] इस लेख में काफी फायदेमंद जानकारी दी गयी है।”
प्रहरीदुर्ग अप्रै.-जून
“आज जिसे देखो, वह समस्याओं के बोझ तले दबा हुआ है। आपको क्या लगता है, क्या ऐसे में मन की शांति पाना मुमकिन है? [जवाब के लिए रुकिए।] इसी सिलसिले में क्या मैं आपको इस पत्रिका से कुछ पढ़कर सुना सकता हूँ? [अगर घर-मालिक ‘हाँ’ कहता है, तो पेज 8-9 पर दी आयतों में से कोई भी एक पढ़िए।] यह पत्रिका बताती है कि हमारी शुरूआत कैसे हुई, हमारी ज़िंदगी का मकसद क्या है और हमारा आनेवाला कल कैसा होगा।”
सजग होइए! अप्रै.-जून
“आज जुर्म दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस वजह से लोग डर-डर के जी रहे हैं। आप क्या सोचते हैं, ये हालात कभी सुधरेंगे? [जवाब के लिए रुकिए।] अगर आप इजाज़त दें, तो मैं आपको दिखाना चाहूँगा कि परमेश्वर ने इस बारे में हमें क्या आशा दी है। [अगर घर-मालिक राज़ी होता है, तो भजन 37:10 पढ़िए।] इस पत्रिका में बताया गया है कि जुर्म की असली जड़ क्या है और इस समस्या को कैसे हल किया जाएगा।”