“ऐसा ही किया करना”
स्मारक 5 अप्रैल को मनाया जाएगा
1. स्मारक का दिन हमारे लिए बहुत खास क्यों है?
“मेरी याद में ऐसा ही किया करना।” (लूका 22:19) यह कहकर यीशु ने अपनी मौत का स्मारक मनाने की आज्ञा दी। यीशु के फिरौती बलिदान से हमें ढेरों आशीषें मिलती हैं, इसलिए साल में एक बार मनाया जानेवाला यह स्मारक हम मसीहियों के लिए बहुत खास है। इस साल स्मारक 5 अप्रैल को मनाया जाएगा। जैसे-जैसे यह दिन करीब आ रहा है, हम फिरौती के लिए यहोवा को अपनी एहसानमंदी कैसे दिखा सकते हैं?—कुलु. 3:15.
2. किन बातों पर अध्ययन और मनन करके हम स्मारक के लिए अपनी कदरदानी दिखा सकते हैं?
2 तैयारी कीजिए: जब हमारे लिए कोई दिन बहुत खास होता है, तो हम अकसर उसके लिए पहले से तैयारी करते हैं। स्मारक के दिन के लिए हमें अपने दिल को तैयार करने की ज़रूरत है। यह हम कैसे कर सकते हैं? हम अपने परिवार के साथ उन घटनाओं के बारे में पढ़ सकते हैं, जो धरती पर यीशु के आखिरी दिनों में घटी थीं और उन पर मनन कर सकते हैं। (एज्रा 7:10) इस बारे में कुछ आयतें, कैलेंडर या रोज़ाना बाइबल वचनों पर ध्यान दीजिए पुस्तिका में दी गयी हैं। लेकिन उन घटनाओं के बारे में बतानेवाली आयतों की पूरी सूची जनवरी-मार्च, 2012 की प्रहरीदुर्ग के पेज 21-22 पर दी गयी है। साथ ही, इसमें सर्वश्रेष्ठ मनुष्य किताब के वे अध्याय भी दिए गए हैं जिनमें इन घटनाओं के बारे में बताया गया है।
3. हम और किस तरह से स्मारक के लिए अपनी कदरदानी दिखा सकते हैं?
3 प्रचार कीजिए: हम प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा हिस्सा लेकर भी अपनी कदरदानी दिखा सकते हैं। (लूका 6:45) लोगों को स्मारक में आने का न्यौता देने के लिए शनिवार, 17 मार्च से दुनिया-भर में एक अभियान चलाया जाएगा। क्या आप अपने शेड्यूल में कुछ फेरबदल कर सकते हैं ताकि आप प्रचार में और ज़्यादा समय बिता सकें? शायद आप सहयोगी पायनियर सेवा कर सकें। क्यों न अगली पारिवारिक उपासना की शाम, आप अपने घरवालों के साथ इस बारे में चर्चा करें?
4. स्मारक में हाज़िर होने से हमें क्या फायदे हो सकते हैं?
4 हर साल स्मारक में हाज़िर होने से हमें कितने फायदे होते हैं! जब हम गौर करते हैं कि यहोवा का दिल कितना बड़ा है कि उसने अपने इकलौते बेटे की फिरौती दी, तो हमारी खुशी और परमेश्वर के लिए हमारा प्यार बढ़ जाता है। (यूह. 3:16; 1 यूह. 4:9, 10) यह बात हमें उकसाती है कि हम खुद के लिए नहीं, बल्कि परमेश्वर के लिए जीएँ। (2 कुरिं. 5:14, 15) इतना ही नहीं, यह हमारे अंदर इच्छा भी जगाती है कि हम सबके सामने यहोवा का गुणगान करें। (भज. 102:19-21) जी हाँ, यहोवा के सेवकों को 5 अप्रैल का बेसब्री से इंतज़ार है, जब वे स्मारक के लिए हाज़िर होकर ‘प्रभु की मौत का ऐलान करेंगे।’—1 कुरिं. 11:26.