ऐसा चालचलन जिससे परमेश्वर की महिमा होती है
1. अधिवेशनों में जाते वक्त हम क्यों लोगों की नज़रों में आ जाते हैं?
1 जब हम अधिवेशनों में जाते हैं तो हम आसानी से लोगों की नज़रों में आ जाते हैं। कई बार जिन शहरों में अधिवेशन रखे जाते हैं, वहाँ के न्यूज़ चैनल पहले से ही हमारे बारे में लोगों को बता देते हैं। होटल और रेस्तराँ भी अधिवेशन के लिए आए लोगों से भरे होते हैं। वहाँ के लोग यह भी गौर करते हैं कि हाज़िर होनेवाले ज़्यादातर अधिवेशन बैज कार्ड पहने हुए हैं। आगे कुछ ऐसी बातें बतायी गयी हैं, जो हमें अधिवेशन जाते वक्त याद रखनी चाहिए। ये बातें हमारी मदद करेंगी कि हम अच्छे चालचलन से परमेश्वर की महिमा कर सकें।—1 पत. 2:12.
2. अधिवेशन वाले शहर में हम अपने शालीन पहनावे से कैसे परमेश्वर की महिमा कर सकते हैं?
2 शालीन पहनावा: कार्यक्रम के दौरान जब हम शालीन कपड़े पहनते हैं, तो इसका दूसरों पर अच्छा असर होता है। इतना ही नहीं दूसरे मौकों पर भी जैसे, होटल में जाते वक्त, रेस्तराँ में खाना खाते वक्त, खरीदारी करते वक्त हमारे पहनावे से लोगों पर अच्छा या बुरा असर पड़ सकता है। हालाँकि यह ज़रूरी नहीं कि हम दूसरे मौकों पर भी वैसे ही कपड़े पहने जैसे अधिवेशन में पहनते हैं, मगर हम जो भी कपड़े पहनते हैं वह शालीन होने चाहिए, उससे गरिमा झलकनी चाहिए और वह बेढ़ंगे नहीं होने चाहिए। देखनेवालों को हमारे और अविश्वासियों के बीच फर्क दिखना चाहिए। (रोमि. 12:2) इसके अलावा, अच्छा होगा कि हम अधिवेशन बैज कार्ड पहने रहें, इससे दूसरों को हमारे अधिवेशन के बारे में पता चलता है, हमें गवाही देने का मौका मिलता है और अधिवेशन में आनेवाले भी हमें पहचान पाते हैं।
3. हम सब्र और अदब से कैसे पेश आ सकते हैं?
3 सब्र और अदब से पेश आना: आज दुनिया में ज़्यादातर लोग खुदगर्ज़ और ऐहसान न माननेवाले हैं, ऐसे में जब हम दूसरों से जैसे, होटल और रेस्तराँ के कर्मचारियों से सब्र और अदब से पेश आते हैं, तो सोचिए उन्हें कितना अच्छा लगता होगा! (2 तीमु. 3:1-5) जब सीट रखने या लाइन में खड़े होकर अधिवेशन में रिलीज़ किए साहित्य लेने की बात आती है, तब भी हमें अपने नहीं दूसरों के फायदे के बारे में सोचना चाहिए। (1 कुरिं. 10:23, 24) दिलचस्पी दिखानेवाला एक व्यक्ति पहली बार अधिवेशन में हाज़िर होने के बाद कहता है: “उस दिन दिया गया एक भी भाषण मुझे याद नहीं हैं, लेकिन साक्षियों का व्यवहार मुझ पर गहरी छाप छोड़ गया।”
4. अगर हमारे हालात इजाज़त देते हैं, तो हमें अधिवेशन में स्वयंसेवा करने के बारे में क्यों सोचना चाहिए?
4 खुशी-खुशी काम करनेवाले स्वयंसेवक: स्वयंसेवा का जज़्बा सच्चे मसीहियों की पहचान है। (भज. 110:3) क्या आप अधिवेशन में काम करने के लिए यह जज़्बा दिखा सकते हैं? एक अधिवेशन से पहले जब उस जगह की साफ-सफाई होनी थी, तो करीब 600 भाई-बहनों ने स्वयंसेवा का जज़्बा दिखाया। वहाँ के कर्मचारियों ने कहा: “इन लोगों को काम करता देख हमें बड़ा ताज्जुब हुआ, यकीन नहीं होता ये सब स्वयंसेवक हैं।” हम बेसब्री से 2013 के ज़िला अधिवेशन का इंतज़ार कर रहे हैं, जहाँ हमें न सिर्फ परमेश्वर से सुनने और सीखने का मौका मिलेगा, बल्कि उसकी महिमा करने का भी मौका मिलेगा।
[पेज २ पर तसवीर]
2013 के ज़िला अधिवेशन के लिए याद रखनेवाली बातें
▪ कार्यक्रम का समय: हॉल के दरवाज़े सुबह 8 बजे खोले जाएँगे। तीनों दिन, शुरूआती संगीत सुबह 9:20 पर शुरू होगा। उस वक्त हम सभी को अपनी-अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए, ताकि कार्यक्रम को आदर और कायदे के साथ शुरू किया जा सके। शुक्रवार और शनिवार को कार्यक्रम शाम 4:50 पर और रविवार को 3:35 पर खत्म होगा।
▪ पार्किंग: जिन अधिवेशनों की जगह पर पार्किंग की ज़िम्मेदारी हमें सौंपी जाती है, वहाँ पार्किंग मुफ्त होगी। जैसे-जैसे गाड़ियाँ आती जाएँगी, उसके मुताबिक उन्हें पार्किंग के लिए जगह दी जाएगी। अकसर पार्किंग के लिए जगह सीमित होती है, इसलिए जहाँ तक हो सके कोशिश कीजिए कि कई लोग मिलकर एक गाड़ी में सफर करें। पार्किंग में कुछ जगह शारीरिक तौर पर अपंग लोगों के लिए आरक्षित होती है। वे लाइसेंस या प्लेकार्ड लाने पर वहाँ अपनी गाड़ी पार्क कर सकते हैं।
▪ सीटें रखना: आप सिर्फ अपने परिवार या अपने साथ सफर करनेवालों या फिर अपने बाइबल विद्यार्थियों के लिए सीट रख सकते हैं। खास तौर से बुज़ुर्गों और अस्वस्थ लोगों के लिए सीट कम होती है, इसलिए शायद यह मुमकिन नहीं कि परिवार के सभी सदस्य साथ बैठ सकें। कृपया ऐसी सीटें बुज़ुर्ग या अस्वस्थ लोगों और उनकी मदद करनेवालों के लिए छोड़ दें।—1 कुरिं. 13:5.
▪ दोपहर का खाना: दोपहर के खाने के लिए अधिवेशन की जगह छोड़कर कहीं और जाने के बजाय, कृपया अपने साथ खाना लाएँ।
▪ दान: ज़िला अधिवेशन का इंतज़ाम करने में काफी खर्च होता है। ऐसे इंतज़ाम की कदरदानी ज़ाहिर करने के लिए हम अधिवेशन की जगह पर, पूरी दुनिया में हो रहे काम के लिए अपनी इच्छा से दान कर सकते हैं। अगर आप चेक के ज़रिए दान देना चाहते हैं, तो चेक “The Watch Tower Bible and Tract Society of India” के नाम पर होना चाहिए।
▪ दवाइयाँ: अगर आप डॉक्टर द्वारा बतायी कोई दवाई ले रहे हैं, तो उसे ज़रूरत के हिसाब से अपने साथ लाना मत भूलिए क्योंकि यह दवाई आपको अधिवेशन में नहीं मिलेगी। डायबीटिज़ के मरीज़ों को चाहिए कि वे दवाई लेने के लिए जो सुई इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अधिवेशन की जगह और होटल में रखे कचरे के डिब्बों में यूँ ही खुला न फेंके, बल्कि ठीक से लपेटकर फेंके जिससे दूसरों को खतरा न हो।
▪ जूते-सैंडल: हर साल जूते-सैंडल से जुड़े कई हादसे होते हैं। अधिवेशन में आरामदायक और ठीक-ठाक दिखनेवाले जूते-सैंडल पहनकर आइए, ताकि सीढ़ियाँ चढ़ते वक्त और ढलानों या दूसरी जगहों पर चलने में आपको कोई दिक्कत न हो।
▪ बधिरों के लिए: चुनी हुई जगहों पर अधिवेशन का कार्यक्रम साइन लैंग्वेज में भी पेश किया जाएगा।
▪ इत्र: ज़्यादातर अधिवेशन ऐसे हॉल में रखे जाते हैं जहाँ ए.सी. की वजह से सारे खिड़की-दरवाज़े बंद रखने पड़ते हैं। इसलिए आपसे गुज़ारिश है कि आप इत्र, परफ्यूम, कलोन वगैरह कम इस्तेमाल करें जिससे ऐसे लोगों को तकलीफ न हो, जिन्हें साँस की बीमारी या कोई और परेशानी है।—1 कुरिं. 10:24.
▪ प्लीज़ फॉलो अप (S-43) फॉर्म: अधिवेशन के शहर में जब हम किसी को गवाही देते हैं और वह दिलचस्पी दिखाता है, तो उसका नाम-पता प्लीज़ फॉलो अप फॉर्म में भरना चाहिए। अधिवेशन में आते वक्त, प्रचारकों को अपने साथ एक-दो फॉर्म लाने चाहिए। आप इस फॉर्म को भरकर साहित्य विभाग को या फिर अधिवेशन से लौटने पर अपनी मंडली के सचिव को दे सकते हैं।
▪ रेस्तराँ: रेस्तराँ में अपने अच्छे चालचलन के ज़रिए यहोवा के नाम की महिमा कीजिए। शालीन कपड़े पहनिए। अगर बख्शिश देना उस जगह का दस्तूर है, तो आप भी दीजिए।
▪ होटल:
(1) ज़रूरत-से-ज़्यादा कमरों की बुकिंग मत कीजिए और एक कमरे में जितने लोगों को रहने की इजाज़त है, उससे ज़्यादा लोगों को मत ठहराइए।
(2) अपनी बुकिंग रद्द मत कीजिए। बहुत ज़रूरी हो तभी ऐसा कीजिए। और इस बारे में फौरन होटलवालों को इत्तला कीजिए ताकि वे दूसरों को कमरा दे सकें। (मत्ती 5:37) अगर आपको कमरा रद्द करने की ज़रूरत पड़ती है, तो बुकिंग रद्द करने के बाद उसका नंबर भी ले लीजिए। अगर आपने ऐसा 48 घंटे के अंदर नहीं किया, तो आपको जमा की गयी रकम वापिस नहीं मिलेगी।
(3) कृपया ध्यान रखिए कि अगर आप होटल में ठहरने के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो अकसर आपके खाते में जमा कुछ रकम पर रोक लगा दी जाती है। इस रकम में आपके ठहरने से जुड़े सारे खर्चे और कुछ नुकसान की भरपाई भी शामिल हो सकती है। जब तक होटल का पूरा हिसाब चुकता नहीं हो जाता है, तब तक आप उस रकम का इस्तेमाल नहीं कर सकते। हो सकता है इसमें कुछ दिन लग जाएँ।
(4) सामान ढोने के लिए होटल की ट्रॉली तभी लीजिए जब आप उसे तुरंत इस्तेमाल करनेवाले हैं। उसके बाद फौरन उसे लौटा दीजिए ताकि दूसरे भी इस्तेमाल कर सकें।
(5) जब होटल के कर्मचारी आपका सामान उठाते हैं तो उन्हें बख्शिश दीजिए और हर दिन कमरे की साफ-सफाई करनेवालों को भी बख्शिश दीजिए।
(6) अगर कमरे में खाना पकाना मना है, तो ऐसा मत कीजिए।
(7) अगर आप किसी ऐसे होटल में ठहरे हैं, जहाँ मुफ्त नाश्ते, कॉफी, बरफ या ठंडे पानी का इंतज़ाम किया जाता है, तो उन इंतज़ामों का ज़रूरत से ज़्यादा फायदा मत उठाइए।
(8) होटल में काम करनेवालों के साथ पेश आते वक्त हमेशा पवित्र शक्ति के गुण दिखाइए। उन्हें होटल में ठहरे कई लोगों की देखभाल करनी होती है। जब हम उनके साथ दया, सब्र और समझ से पेश आते हैं, तो वे इसकी कदर करते हैं।
(9) माता-पिताओं को चाहिए कि वे होटल में अपने बच्चों पर हर वक्त नज़र रखें, फिर चाहे वे लिफ्ट, स्विमिंग पूल, गलियारे, कसरत करने की जगह या कहीं और जाएँ।
(10) होटलों के नाम और उनके किराए की सूची में एक दिन का किराया बताया गया है, मगर इसमें कर शामिल नहीं है। अगर होटलवाले आपसे ज़्यादा पैसा माँगते हैं, तो उन्हें ज़्यादा पैसा मत दीजिए। इस बारे में जल्द-से-जल्द अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को बताइए।
(11) अगर आपको होटल के कमरे के बारे में कोई शिकायत हो, तो अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को ज़रूर बताइए ताकि वे आपकी मदद कर सकें।
▪ स्वयंसेवा: जो कोई स्वयंसेवक के तौर पर काम करना चाहता है, वह अधिवेशन में स्वयंसेवा विभाग को इस बारे में बता सकता है। सोलह साल से कम उम्र के बच्चे भी माता-पिता के निर्देशन में या उनकी रज़ामंदी से दूसरे भाई-बहनों के साथ काम कर सकते हैं।