मिलते-जुलते लेख km 11/92 पेज 1 पत्रिकाओं का अच्छा उपयोग करें पत्रिकाओं की पेशकश को अपनी सेवा का अहम हिस्सा बनाइए हमारी राज-सेवा—2005 सुसमाचार की भेंट—पत्रिकाओं के साथ हमारी राज-सेवा—1990 प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! से फायदा उठाते रहिए! हमारी राज-सेवा—2002 हर मौक़े पर अभिदान पेश कीजिए हमारी राज-सेवा—1995 प्रहरीदुर्ग और अवेक!—सत्य की समयोचित पत्रिकाएँ प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1994 हमारी पत्रिकाओं का सर्वोत्तम प्रयोग कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 ऐसे लेख चुनिए जो लोगों को खास पसंद आएँ हमारी राज-सेवा—1998 पत्रिकाएँ राज्य की घोषणा करती हैं हमारी राज-सेवा—1998 क्षेत्र सेवकाई के लिए सभाएं हमारी राज-सेवा—1990 पत्रिका कार्य के लिए समय अलग रखिए हमारी राज-सेवा—1993