अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना
मसीही सेवकाई में तहे दिल से हिस्सा लेने के द्वारा हम परमेश्वर के राज्य की प्रतिज्ञाओं के लिए अपना गहरा मूल्यांकन दिखाते हैं। हमें इस कार्य में अत्यावश्यकता की भावना के साथ भाग लेने की ज़रूरत है। क्यों? क्योंकि मज़दूर थोड़े हैं, इस दुष्ट व्यवस्था का अन्त क़रीब आ रहा है, और हमारे क्षेत्र के लोगों के जीवन दाँव पर लगे हैं। (यहे. ३:१९; मत्ती ९:३७, ३८) ऐसी भारी ज़िम्मेदारी, सेवकाई में हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयास की माँग करती है। हम अपनी क्षेत्र सेवा गतिविधि के सम्बन्ध में अत्यावश्यकता की भावना कैसे दिखा सकते हैं? पहले से ही अच्छी प्रस्तुतियाँ तैयार करने के द्वारा, लोग जहाँ कहीं भी मिल सकें वहाँ उन्हें ढूँढ़ने में परिश्रमी होने के द्वारा, जो भी व्यक्ति रुचि दिखाते हैं उन सभी का एक सही रिकॉर्ड रखने के द्वारा, तत्परता से उनसे पुनःभेंट करने के लिए लौटने के द्वारा, और यह याद रखने के द्वारा कि चूँकि कई जीवन का सवाल है, हमें अपनी सेवा को गंभीरता से लेना चाहिए। फरवरी के दौरान अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार को प्रस्तुत करने की तैयारी करते समय निम्नलिखित सुझाव सहायक हो सकते हैं। पेशकश होगी पुस्तकें आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं, या अपना पारिवारिक जीवन आनन्दित बनाना, या दोनों।
२ समाज में जिन समस्याओं का सामना किया जा रहा है उनमें से कुछ के बारे में संक्षेप में ज़िक्र करने के द्वारा आप शायद एक बातचीत शुरू करने में समर्थ हो सकें, और फिर आप कह सकते हैं:
▪ “अधिकांश लोग विश्वास करते हैं कि एक परमेश्वर है, लेकिन वे सोचते हैं: ‘वह हमारे लिए कैसा भविष्य चाहता है?’ आप इसका कैसे जवाब देंगे? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] क्या आप जानते हैं कि मानवजाति के लिए परमेश्वर की इच्छा के बारे में और उसे पूरा करने के लिए जो क़दम वह उठा रहा है उसके बारे में बाइबल क्या कहती है?” प्रकाशितवाक्य २१:४ पढ़िए और इसे सर्वदा जीवित रहना पुस्तक के पृष्ठ ११ पर दिए गए चित्र के साथ जोड़िए। इसका हमारे भविष्य के लिए क्या अर्थ है यह और स्पष्ट करने के लिए पृष्ठ १२-१३ पर दिए गए चित्र को खोलिए। अनुच्छेद १२ में दिया गया यशायाह ११:६-९ पढ़िए। पुस्तक प्रस्तुत कीजिए। वार्तालाप जारी रखने के लिए एक सुविधाजनक समय पर लौटने का प्रबंध कीजिए।
३ आप इस संक्षिप्त प्रस्तुति के साथ, प्रकाशितवाक्य २१:४ की पिछली चर्चा पर पुनःभेंट कर सकते हैं:
▪ “हमारी पिछली मुलाक़ात में, हमने मानवजाति के लिए एक नया पार्थिव समाज तैयार करने की परमेश्वर की प्रतिज्ञा के बारे में बातचीत की थी। [सर्वदा जीवित रहना पुस्तक के पृष्ठ १२-१३ पर दिए गए चित्र की ओर फिर से ध्यान आकर्षित कीजिए।] क्या आप अपने परिवार को ऐसी परिस्थितियों का मज़ा लेते देखना चाहेंगे? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] सवाल है कि परमेश्वर की प्रतिज्ञाएँ कितनी विश्वसनीय हैं? कृपया ध्यान दीजिए कि वह स्वयं क्या कहता है।” तीतुस १:२ और पृष्ठ ५६ पर अनुच्छेद २८ पढ़िए। उस अनुच्छेद के लिए छपे हुए सवाल का भाग (क) पूछिए और अनुच्छेद के आख़िरी वाक्य समेत, उत्तर की ओर ध्यान आकृष्ट कीजिए। एक मुफ़्त बाइबल अध्ययन का प्रस्ताव रखिए। उसे बाद में प्रदर्शित करने के लिए प्रबंध कीजिए।
४ क्योंकि परिवार में बढ़ती समस्याओं के बारे में कई लोग चिंतित हैं, पहली भेंट पर आप शायद कुछ ऐसा कहें:
▪ “लगभग हरेक व्यक्ति उन समस्याओं के बारे में चिंतित है जिनका सामना आधुनिक परिवार कर रहा है। [कुछ का ज़िक्र कीजिए, जैसे स्कूलों और कॉलेजों में नशीली दवाओं की समस्या और जब पत्नी को नौकरी करनी पड़ती है तब घर और बच्चों की देखभाल करने की समस्या।] दशकों से मानवीय सलाहकारों ने इन विषयों पर सलाह पेश की है और लोगों ने उनकी सुनी है। फिर आपके विचार से परिस्थितियाँ लगातार क्यों बिगड़ती जा रही हैं? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] बाइबल सलाह देती है जिसे कुछ लोग पुराने ज़माने की समझते हैं, लेकिन वह बार-बार व्यावहारिक सिद्ध हुई है।” उदाहरण के तौर पर, पारिवारिक जीवन पुस्तक के पृष्ठ ३९ पर नीतिवचन १०:१९ पढ़िए। उस पृष्ठ और उसके पहले के पृष्ठ पर दिए गए अन्य शास्त्रवचनों की ओर इशारा कीजिए, और समझाइए कि कैसे यह पुस्तक बाइबल में मौज़ूद अनन्त बुद्धि का व्यावहारिक प्रयोग करती है। लौटकर और आगे चर्चा करने की योजना बनाइए कि कैसे पारिवारिक जीवन सुधारा जा सकता है।
५ यदि आपने यह समझाने के लिए लौटने का वादा किया था कि एक व्यक्ति के पारिवारिक जीवन में ख़ुशी कैसे बढ़ाई जा सकती है, तो आप शायद इस प्रस्तावना को आज़माएँ:
▪ “मैंने फिर से आने की ख़ास कोशिश की ताकि हम इस बारे में अपनी चर्चा जारी रख सकें कि कैसे पारिवारिक जीवन सुधारा जा सकता है। मेरी पिछली भेंट में, हमने देखा कि इस बारे में बाइबल उत्तम सलाह देती है।” पारिवारिक जीवन पुस्तक के ‘विषय-सूची’ के पृष्ठ को खोलिए और गृहस्वामी को वह अध्याय चुनने दीजिए जो उसे सबसे ज़्यादा रुचिकर लगता है। दिखाइए कि पृष्ठ के निचले हिस्से में दिए गए प्रश्नों का प्रयोग करके वह किस प्रकार इस सामग्री का अध्ययन करने से सर्वाधिक लाभ उठा सकता है। उसके साथ अध्ययन करने का प्रस्ताव रखिए और तत्काल अध्ययन आरंभ करने का प्रयास कीजिए।
६ आज जब इतने सारे लोग पर्यावरण में दिलचस्पी रखते हैं, आप बातचीत शुरू करने के लिए कुछ ऐसा कह सकते हैं:
▪ “हमने पाया है कि तक़रीबन हर कोई हमारी हवा, पानी, और भोजन के प्रदूषण के बारे में चिंतित है। कुछ देशों में पर्यावरण की स्थिति पहले ही प्राण-घातक हो चुकी है। चूँकि परमेश्वर पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है, आप क्या सोचते हैं कि वह इस बारे में क्या करेगा? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] बाइबल कहती है कि परमेश्वर इस बात का लेखा लेगा कि हम किस प्रकार इस ग्रह का इस्तेमाल करते हैं। [प्रकाशितवाक्य ११:१८ख पढ़िए।] एक ऐसी पृथ्वी पर रहने की कल्पना कीजिए जो सभी प्रदूषणों से मुक्त है!” जैसा प्रकाशितवाक्य २१:३, ४ में संकेत किया गया है, परमेश्वर द्वारा एक परादीस के वादे की ओर इशारा कीजिए। सर्वदा जीवित रहना पुस्तक के पृष्ठ १५३ का आख़िरी चित्र दिखाइए और पृष्ठ १५६ से १५८ तक के चित्रों से उसकी विषमता दिखाइए। पुस्तक प्रस्तुत कीजिए और लौटने का प्रबंध कीजिए।
७ ऐसे व्यक्ति के पास लौटते समय जिसने परादीस पृथ्वी में रुचि दिखाई थी, आप शायद कहें:
▪ “मेरी पिछली भेंट में, हम सहमत हुए थे कि एक प्रदूषित पृथ्वी की समस्या हल करने के लिए, परमेश्वर को मनुष्य के मामलों में हस्तक्षेप करना होगा। लेकिन सवाल है, कि परमेश्वर के बनाए हुए धर्मी नए संसार में उत्तरजीवी होकर जाने के लिए हमें क्या करना चाहिए?” यूहन्ना १७:३ पढ़िए। इस ख़ास ज्ञान को पाने के लिए गृहस्वामी को हमारे मुफ़्त बाइबल अध्ययन कोर्स से लाभ उठाने के लिए आमंत्रित कीजिए।
८ आधुनिक-दिन कटनी के मज़दूर के तौर पर इस्तेमाल किए जाने का और एक जीवन-रक्षक प्रचार कार्य करने का क्या ही विशेषाधिकार है! ऐसा हो कि अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करने में हम सभी व्यस्त रहें, ‘यह जानते हुए कि हमारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।’—१ कुरि. १५:५८.