मिलते-जुलते लेख km 2/97 पेज 8 अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना समझने में उनकी मदद कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 अभी ‘अपने सृजनहार को स्मरण रखने’ के लिए युवाओं को मदद देना हमारी राज-सेवा—1995 सभी प्यासे लोगों को आमंत्रण दीजिए हमारी राज-सेवा—1998 ज़्यादा दिलचस्पी प्रेरित करने में मैं क्या कह सकता हूँ? हमारी राज-सेवा—1992 प्रचार में गवाही देने के सुझाव हमारी राज-सेवा—2005 प्रतिक्रिया प्राप्त करनेवाले प्रस्तुतीकरण हमारी राज-सेवा—1992 सच्ची ख़ुशी की एक कुंजी हमारी राज-सेवा—1996 सुसमाचार को सकारात्मक मनोवृत्ति से प्रस्तुत करना हमारी राज-सेवा—1996 परमेश्वर से प्राप्त ज्ञान कई सवालों के जवाब देता है हमारी राज-सेवा—1997 पायी गयी दिलचस्पी पर पुनःभेंट कीजिए हमारी राज-सेवा—1995