पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
सजग होइए! जन.-मार्च
“आप भी मानेंगे कि हम बहुत हिंसक दौर में जी रहे हैं। [जवाब के बाद, 2 तीमुथियुस 3:3 पढ़िए।] अकसर परिवार में ही ‘क्रूरता’ के काम किए जाते हैं। यह लेख ‘मारपीट की शिकार औरतों के लिए मदद,’ एक आशा का संदेश देता है। आप शायद किसी ऐसे व्यक्ति को जानते होंगे जिसे आप यह लेख दे सकते हैं।”
प्रहरीदुर्ग जन. 15
“बहुत-से लोग उपासना में मूर्तियाँ इस्तेमाल करते हैं। क्या आपको लगता है कि मूर्तियों में अपने भक्तों का उद्धार करने की शक्ति होती है? [जवाब के लिए रुकिए।] देखिए कि सच्चा परमेश्वर हमारे लिए क्या करनेवाला है। [प्रकाशितवाक्य 21:3, 4 पढ़िए।] यह काम सिर्फ सच्चा परमेश्वर ही कर सकता है। यह पत्रिका बताती है कि वह परमेश्वर कौन है और उस पर भरोसा रखने से हमें क्या लाभ होगा।”
सजग होइए! जन.-मार्च
“आज दुनिया में ऐसे-ऐसे भयानक काम हो रहे हैं कि कुछ लोग पूछते हैं, ‘परमेश्वर यह सब क्यों होने दे रहा है?’ आपकी राय में इसका जवाब क्या है? [जवाब के बाद, यिर्मयाह 12:1 पढ़िए।] परमेश्वर किसी वजह से दुष्टता को बरदाश्त करता है, मगर बहुत जल्द उसका सब्र खत्म हो जाएगा। पेज 16 पर यह लेख, आपको बताएगा कि ऐसा क्यों होगा।”
प्रहरीदुर्ग फर. 1
“अकसर लोग, वातावरण में फैल रहे प्रदूषण को लेकर बहुत चिंता करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी मन के प्रदूषण के बारे में सोचा है? [जवाब के लिए रुकिए।] बाइबल, शारीरिक और आध्यात्मिक दोनों तरीकों से साफ और शुद्ध रहने की अहमियत पर ज़ोर देती है। [2 कुरिन्थियों 7:1 पढ़िए।] मुझे यकीन है कि आप इस जानकारी से बहुत लाभ पाएँगे और इसे अमल में भी लाएँगे।”