पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
सजग होइए! जन.-मार्च
“बाइबल भविष्यवाणी करती है कि एक ऐसा समय आ रहा है जब कोई नहीं कहेगा कि ‘मैं रोगी हूँ।’ [यशायाह 33:24 पढ़िए।] अगर ऐसा हो जाए तो कितना अच्छा होगा, है ना? [जवाब के लिए रुकिए।] मगर आज इंसान बहुत-सी बीमारियों से घिरा हुआ है जिनमें एक है एड्स की महामारी। सजग होइए! का यह अंक इस सवाल का जवाब देता है कि क्या एड्स का प्रकोप कभी खत्म होगा?”
प्रहरीदुर्ग जन. 15
“दुनिया में जो इतना खून-खराबा हुआ है, इसकी वजह से क्या आपको लगता है कि बुराई ने अच्छाई पर जीत पा ली है? [जवाब के लिए रुकिए।] देखिए, परमेश्वर के बारे में बाइबल क्या कहती है। [भजन 83:18ख पढ़िए।] जब परमेश्वर सारी पृथ्वी के ऊपरमप्रधान है, तो क्या वाकई बुराई की जीत हो सकती है? [जवाब के लिए रुकिए।] प्रहरीदुर्ग का यह अंक इस सवाल का सही-सही जवाब देता है।”
सजग होइए! जन.-मार्च
“आजकल बहुत-से लड़के-लड़कियाँ अपने लिए एक मोबाइल फोन चाहते हैं। आप क्या सोचते हैं, क्या यह उनके लिए अच्छा है? [जवाब के लिए रुकिए।] देखिए कि बाइबल के इस वाक्य में कितनी बुद्धिमानी की बात कही गयी है। [इफिसियों 5:15, 16 पढ़िए।] हालाँकि सॆल फोन के बहुत-से फायदे हैं, मगर इससे अकसर हमारा कीमती समय बरबाद होता है। सजग होइए! का यह अंक, मोबाइल फोन के इस्तेमाल के बारे में एक सही नज़रिया रखने में हमारी मदद करता है।”
प्रहरीदुर्ग फर. 1
“आज बहुत-से लोगों को रोज़गार की चिंता खाए जा रही है और दूसरे हैं कि काम के बोझ तले दबे जा रहे हैं। क्या आपको लगता है कि अपनी नौकरी से संतुष्टि पाना और नौकरी खोने का डर न होना मुमकिन है? [जवाब के लिए रुकिए। उसके बाद यशायाह 65:21-23 पढ़िए।] प्रहरीदुर्ग का यह अंक बताता है कि वह समय आ रहा है जब सबके पास अपना-अपना काम होगा और वे अपनी मेहनत का फल पाएँगे।”