मिलते-जुलते लेख km 4/92 पेज 4 प्रतिक्रिया प्राप्त करनेवाले प्रस्तुतीकरण अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना हमारी राज-सेवा—1997 सच्ची ख़ुशी की एक कुंजी हमारी राज-सेवा—1996 ज़्यादा दिलचस्पी प्रेरित करने में मैं क्या कह सकता हूँ? हमारी राज-सेवा—1992 प्रकाशितवाक्य की किताब—इसमें दी बातों का क्या मतलब है? पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए सभी प्यासे लोगों को आमंत्रण दीजिए हमारी राज-सेवा—1998 समझने में उनकी मदद कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 परमेश्वर की उपासना करें और यहोवा के करीब आओ किताबों का अध्ययन करना हमारी राज-सेवा—2006 प्रकाशितवाक्य पराकाष्ठा पुस्तक का फिर से अध्ययन करना हमारी राज-सेवा—1994 धन्य है वह जो प्रकाशितवाक्य के वचन को पढ़ता है प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1999 अभी ‘अपने सृजनहार को स्मरण रखने’ के लिए युवाओं को मदद देना हमारी राज-सेवा—1995