मिलते-जुलते लेख km 3/95 पेज 4 अभी ‘अपने सृजनहार को स्मरण रखने’ के लिए युवाओं को मदद देना अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना हमारी राज-सेवा—1997 समझने में उनकी मदद कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 सच्ची ख़ुशी की एक कुंजी हमारी राज-सेवा—1996 ज़्यादा दिलचस्पी प्रेरित करने में मैं क्या कह सकता हूँ? हमारी राज-सेवा—1992 वे क्योंकर सुनें जब तक कि हम न लौटें? हमारी राज-सेवा—1994 पायी गयी दिलचस्पी पर पुनःभेंट कीजिए हमारी राज-सेवा—1995 सभी प्यासे लोगों को आमंत्रण दीजिए हमारी राज-सेवा—1998 प्रचार में गवाही देने के सुझाव हमारी राज-सेवा—2005 यहोवा की सेवा में हर्ष पाना हमारी राज-सेवा—1994 परमेश्वर से प्राप्त ज्ञान कई सवालों के जवाब देता है हमारी राज-सेवा—1997